गोरखपुर को सीएम योगी ने दी सौगात
125 करोड़ की 422 परियोजनाओं का किया लोकार्पण
रोजगार मेले में युवाओं को सीएम ने दिया नियुक्ति पत्र
गोरखपुर: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के दौरे पर है। जहां आज अपने दौरे के दूसरे दिन सीएम योगी ने जिले के सर्वांगीण विकास के लिए 400 से अधिक लोक-कल्याणकारी परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। योगी ने 422 परियोजनाओं के विकास के लिए 125 करोड़ की मंजूरी दी है। लोकार्पण व शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को मंच पर सम्मानित किया। उन्होंने कुछ नए वाहन चालकों को रोजगार प्रमाण पत्र प्रदान किया। सफाई कर्मियों को सम्मानित किया तथा पीएम आवास योजना के तहत लाभार्थियों को उनके आवास की प्रतीकात्मक चाबी सौंपी। इस दौरान उन्होंने दो ट्रांसजेंडर को भी रोजगार पत्र प्रदान किया। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार में किसी भी योजना में भेदभाव नहीं किया जाता है।
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इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज गोरखपुर विकास के पथ पर चल रहा है। सीएम ने कहा कि पिछले पांच साल में गोरखपुर विकास की नई गाथा लिख रहा है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर की जनता ने पीएम मोदी पर भरोसा कर के अपना आशीर्वाद दिया है। यह उसी का नतीजा दिया है। उन्होंने कहा कि पहले माफिया के नाम से जाना जाता था, गोरखपुर शहर मच्छरों के लिए जाना जाता था लेकिन आज गोरखपुर की अलग पहचान बन गई है। एयरपोर्ट, जू रामगढ़ ताल की आज नई पहचान बनी हुई है। गोरखपुर में इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरु हो गया है। सीएम ने कहा कि 5 साल के अन्दर में गोरखपुर खाद फैक्ट्री को दोबारा से चालू कराया गया है।
वहीं इससे पहले सीएम योगी मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में रोजगार मेले में पहुंचे। यहां 10 हजार युवाओं को नौकरी दी गई। सीएम योगी ने अपने हाथों से कई युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। उन्होंने सभी युवाओं को मन से काम करने की प्रेरणा दी। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने बीते 5 साल में 5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। 1.61 करोड़ युवाओं को एमएसएमई व उद्यमों में रोजगार से जोड़ा गया है। 60 लाख हस्तशिल्पियों व कारीगरों को स्वतः रोजगार के लिए बैंकों से अनुदानित लोन उपलब्ध कराया गया है। वर्ष 2015-16 में यूपी में बेरोजगारी दर 18 फीसद से अधिक थी। कोरोनाकाल की चुनौती के बावजूद जबकि 40 लाख प्रवासी कामगार व श्रमिक यूपी लौटे, बेरोजगारी दर करीब 16 फीसद घटकर अब महज 2.7 फीसद पर है। इस उपलब्धि में सरकार के प्रयासों के साथ युवाओं, उद्यमियों व कारीगरों की ऊर्जा व हुनर का महत्वपूर्ण योगदान है।