स्वतंत्रता दिवस से पहले बड़ी साजिश नाकाम
परगल में आर्मी कैंप में आतंकियों ने की घुसने की कोशिश
दो आतंकी ढ़ेर, 3 जवान शहीद
नेशनल डेस्क: जम्मू कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस से पहले बड़ी साजिश नाकाम हुई है। जम्मू के परगल में आर्मी कैंप में घुसने की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है। हालांकि इस हमले में तीन जवान शहीद हो गए हैं।
इससे पहले जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि राजौरी के दरहाल इलाके परगल स्थित सेना कैंप की बाड़ किसी ने पार करने की कोशिश की थी, इस दौरान दोनों ओर से गोलियां चलीं। दारहल थाने से छह किलोमीटर दूर तक अतिरिक्त दल भेजे गए हैं। दो आतंकवादी मारे गए और सेना के 3 जवान घायल हुए हैं।
आतंकी संगठन स्वतंत्रता दिवस से पहले लगातार देश को दहलाने के लिए किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। खुफिया एजेंसियां चौकन्नी हैं और भारतीय सुरक्षा बल डटकर आतंकियों के नापाक मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं। राजौरी में सेना के कैंप में आतंकी घुसपैठ की कोशिश उरी हमले की याद दिलाती है।
18 सितंबर 2016 को हुआ था उरी हमला
बता दें कि इसी तर्ज पर आतंकियों ने 18 सितंबर 2016 को जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पास भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय में घुसकर सो रहे भारतीय जवानों पर हमला कर दिया था। आतंकियों ने सो रहे जवानों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी और 17 हैंड ग्रेनेड का इस्तेमाल किया था।
इस आतंकी हमले में सेना के 16 जवान शहीद हो गए थे। आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के बताए गए थे। करीब छह घंटे तक चली मुठभेड़ में भारतीय सेना ने चारों आतंकियों को ढेर कर दिया था.।20 वर्षों में भारतीय सेना पर हुआ यह सबसे बड़ा हमला था। इसके दस दिन बाद भारतीय सेना ने 28-29 सितंबर की दरमियानी रात को पूरी योजना के साथ पीओके में तीन किलोमीटर अंदर घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों के ठिकाने तबाह कर दिए थे।