अंकिता हत्याकांड मामले में पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई
दोनों आरोपियों पर लगी पॉक्सो एक्ट की धारा
विशेष अदालत को केस किया ट्रांसफर
नेशनल डेस्क: झारखंड के दुमका में अंकिता हत्याकांड मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने बाल कल्याण समिति की अनुशंसा पर दोनों आरोपियों शाहरूख हुसैन और नईम उर्फ छोटू पर पॉक्सो एक्ट की धाराएं लगा दी है। दरअसल, दुमका पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने अंकिता के बयान का हवाला देकर उसे बालिग माना था। लेकिन बाद में बाल कल्याण समिति ने अपनी जांच में अंकिता को नाबालिग माना और दुमका एसपी से आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट की धाराएं लगाने की अनुशंसा की।
इस बीच अंकिता सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। पीएम रिपोर्ट के मुताबिक अंकिता को किसी अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ से जलाया गया था। जलने से उसके शरीर पर मवाद भर गए थे। जिसके कारण उसके अंगों ने धीरे – धीरे काम करना बंद कर दिया था और उसकी मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, अंकिता के बिसरा को सुरक्षित रख लिया गया है, उसकी फोरेंसिक जांच करवाई जाएगी।
केस विशेष अदालत को ट्रांसफर
अंकिता मर्डर केस को सीजेएम कोर्ट से अब स्पेशल कोर्ट ट्रांसफर कर दिया गया है। ऐसा त्वरित सुनवाई के लिए किया गया है। केस से जुड़े सभी दस्तावेज विशेष अदालत में ट्रांसफर कर दिए गए हैं। दोनों मुख्य आरोपियों शाहरूख और नईम को पुलिस ने तीन दिनों की रिमांड पर लिया है। आरोपियों से पूछताछ कर ये भी पता लगाए जाएगा कि इस कांड में और कितने लोग शामिल हैं ?
डीएसपी नूर मुस्तफा को हटाया
बता दें कि इससे पहले अंकिता मर्डर केस से डीएसपी नूर मुस्तफा को हटा दिया गया था। उनपर झारखंड के नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी समेत अन्य लोगों ने शुरू से आरोपी को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
भाजपा ने अंकिता के परिवार के लिए जुटाए 28 लाख
अंकिता के परिजनों से बीजेपी नेताओं के मुलाकात का सिलसिला जारी है। बुधवार को बीजेपी सांसद मनोज तिवारी और फायरब्रांड भाजपा नेता कपिल मिश्रा पीड़ित परिवार से मिलने दुमका आए थे। बीजेपी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने अंकिता के पिता संजीव सिंह को 28 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी। ये रकम सीधे उनके खाते में ट्रांसफर कर दिया गया। इससे पहले नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा अंकिता के परिजनों से मिल चुके हैं।