चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में वीडियो वायरल मामले में प्रबंधन ने की कार्रवाई
प्रबंधन ने हॉस्टल के दो वॉर्डन को किया सस्पेंड
छात्रों ने देर रात धरना किया समाप्त
नेशनल डेस्क: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के मामले में प्रबंधन की ओर से कड़ी कार्रवाई की है। प्रबंधन ने हॉस्टल के दो वॉर्डन को सस्पेंड कर दिया गया है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की छात्राओं का आरोप था कि प्रबंधन मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है। सैंकड़ों की संख्या में स्टूडेंट्स विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठ गए थे।
देर रात खत्म हुआ धरना
वहीं, यूनिवर्सिटी प्रशासन और छात्राओं के बीच हुई बातचीत के बाद रात 1.30 बजे धरना खत्म हुआ। मिली जानकारी के मुताबिक, स्टूडेंट्स ने पुलिस और विवि प्रशासन के सामने मामले की पारदर्शी जांच, शनिवार को हुए लाठीचार्ज की जांच, अस्पताल में भर्ती स्टूडेंट्स को मुआवजा देन, गर्ल्स हॉस्टल का टाइम 8:30 से बढ़ाकर 9:30 बजे तक करने और हॉस्टल के सभी वॉर्डन बदलने की मांग रखी है। दोनों पक्षों ने स्टूडेंट्स को सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है।
5 सदस्यीय जांच कमेटी का गठन
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के लिए पांच सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया है। कमेटी सारे घटनाक्रमों की रिपोर्ट बनाकर विवि प्रशासन को सौंपेगी। यह कमेटी छात्र-छात्राओं की समस्या को भी सुनेगी। प्रदर्शन खत्म होने के बादा विवि प्रशासन ने एक सर्कुलर जारी कर 19 से 24 सितंबर तक यानी छह दिनों तक विश्वविद्यालय को बंद करने की घोषणा की है।
2 युवकों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
वहीं, इस मामले में हिमाचल पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार कर पंजाब पुलिस को सौंप दिया है। इनमें लड़की ने जिस लड़के की फोटो दिखाई थी, उसे शिमला के ढ़ली से पकड़ा गया। उसका नाम रंकज वर्मा है और वह एक ट्रेवल एजेंसी में काम करता है। वहीं दूसरे युवक का नाम सन्नी मेहता है जो कि एक बेकरी में काम करता है। बता दें कि हॉस्टल में लड़कियों की अश्लील वीडियो बनाकर अपने दोस्त को भेजने वाली आरोपी एमबीए की छात्रा भी शिमला की रहने वाली है।