छात्रसंघ चुनाव बहाली की मांग को लेकर हलचल तेज
भारी संख्या में छात्रों ने दिया धरना
पिछले 4 साल से छात्रसंघ चुनाव पर लगी थी रोक
यूपी डेस्क: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से सहयोगी कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव बहाली को लेकर एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर आज चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में विभिन्न कॉलेजों के छात्र छात्राओं ने धरना दिया।
चुनाव नहीं कराना एक तरह से लोकतंत्र की हत्या: छात्र नेता
स्टूडेंट ने विश्वविद्यालय से चुनाव घोषित करने की मांग की है। वरिष्ठ छात्र नेता राजदीप विकल, अतुल भड़ाना, देवेश राणा, आदेश प्रधान, शान मोहम्मद, प्रदीप कसाना आदि का कहना है कि लोकतंत्र की नर्सरी छात्र संघ को कहा जाता है। चुनाव नहीं कराना एक तरह से लोकतंत्र की हत्या है।
बता दें कि कुछ दिन पहले विवि परिसर में आयोजित हुई छात्र महापंचायत में सभी वरिष्ठ नेताओं और विभिन्न पैनल के पदाधिकारियों द्वारा छात्र संयुक्त समिति बनाये जाने का निर्णय लिया गया था, जो छात्रसंघ चुनाव की बहाली को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर मंथन कर आगे की रणनीति तैयार करेगी। इस समिति में पूर्व वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों को शामिल किया जाएगा, ताकि आंदोलन को लेकर जो भी रणनीति बनानी पड़े। उसको लेकर सभी वरिष्ठ का मार्गदर्शन हो।
पिछले 4 साल से छात्रसंघ चुनाव पर लगी थी रोक
पिछले 4 साल से छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगा दी थी। छात्रसंघ चुनाव 2017 में विश्वविद्यालय से संबंधित सभी कॉलेजों में आयोजित हुए थे लेकिन उसके बाद से छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए हैं। ऐसे में एक बार फिर से छात्रसंघ चुनाव बहाली की मांग को छात्र नेता सक्रिय होने लगे हैं। पूर्व छात्र नेता रहे सरधना क्षेत्र से सपा विधायक अतुल प्रधान छात्रसंघ बहाली का समर्थन करते हुए कहा कि वह इस मामले में पूरी तरह छात्रों के साथ हैं। दरअसल,राजस्थान के विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव होने और उत्तर प्रदेश में चुनावों पर रोक लगने से छात्रों में आक्रोश बढ़ रहा है।