सीएम योगी ने डाक टिकट प्रदर्शनी का किया शुभारंभ
‘समग्र विकास का केंद्र रही हैं डाक सेवाएं’
‘आजादी के बाद से अबतक के डाक टिकट मौदूज’
लखनऊ: सीएम योगी ने राजधानी लखनऊ के अलीगंज में आयोजित ललित कला अकादमी में 12वीं राज्य स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। सीएम योगी ने कहा कि डाक सेवाएं समग्र विकास का केंद्र बिंदु रही हैं। चाहे सूचनाएं भेजना हो, पैसे भेजना हो या फिर छोटी पूंजी को जमा करना। डाक सेवा इन सबका केंद्र रही हैं। उन्होंने कहा कि डाक सेवा के टिकटों के लिए भी एक आकर्षण रहा है और इसे समय-समय पर जारी किया जाता है। डाक टिकटों का संग्रह एक समय में काफी रुचि का क्षेत्र था।
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इसके अलावा उन्होंने कहा कि डाक टिकट का संग्रह एक समय लोगों का शौक हुआ करता था। इसके बिना जीवन अधूरा समझा जाता था। किसी के घर मे कोई ऐसा नहीं था जो डाक से न जुड़ा हो। दूरसंचार के साधन कम थे, उस स्थिति में सूचनाओं के आदान प्रदान का माध्यम रहा हो या फिर पैसे भेजने का मनी आर्डर का माध्यम रहा हो। डाक टिकट से वर्तमान को अतीत से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भगवान राम के वनवास के समय के कलेक्शन को भी यहां दिखाया जा रहा है। 17 अक्टूबर को भगवान बुद्ध पर विशेष आवरण जारी किया जाएगा। भगवान बुद्ध का परिवार कपिलवस्तु में था। भगवान बुद्ध के चातुर्मास सहित छह प्रमुख स्थल उत्तर प्रदेश में हैं। उस समय पैसे की क्या कीमत थी उसको भी जोड़ने का प्रयास है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज यहां 300 प्रकार से अधिक डाक टिकटों का प्रदर्शन हो रहा है। आजादी के बाद से अभी तक कौन-कौन से डाक टिकट और कवर जारी हुए हैं। उन सबको देखने का अवसर आज मिला है। डाक टिकट एक इतिहास को समेटे रहता है। भारत की आद्यात्मिक और सांस्कृतिक आत्मा यूपी में निवास करती है। आजादी की लड़ाई की बात होती तो 1857 से 1942 तक के आंदोलन सामने आते हैं। पहला स्वतंत्रता संग्राम यहीं से हुआ। उत्तर प्रदेश डाक क्षेत्र के लिए बहुत समृद्ध है, क्योंकि डाक टिकट के लिए यहां इतिहास का काफी लंबा चित्रण है।
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