नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस को भारत ने भी रद्द करने का ऐलान किया है। यह ट्रेन 4 मार्च तक कैंसिल रहेगी। भारत की ओर से कहा गया है कि उसे यह कदम पाकिस्तान की ओर से समझौता एक्सप्रेस रद्द करने की वजह से उठाना पड़ा है। रेल मंत्रालय ने कहा कि चूंकि पाकिस्तान की तरफ से ट्रेन नहीं आ रही, इसलिए मजबूरी में भारत को भी 4 मार्च से समझौता एक्सप्रेस रद्द करनी पड़ रही है। देनों देशों के बीच यह ट्रेन सेवा 22 जुलाई 1976 को शुरू हुई थी।
पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद यात्रियों की संख्या में विशेषतौर पर भारी कमी आई है। हालात यह है कि आज भारत से जो लोग दिल्ली से अटारी पहुंचे थे, उसमें कुल 42 यात्रियों की संख्या रही। लेकिन, पाकिस्तान की ओर से समझौता एक्सप्रेस न आने के चलते यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। आखिरकार हाईलेवल बातचीत करके भारत ने सभी मुसाफिरों को वाघा के रास्ते पाकिस्तान पहुंचाया। सूत्रों के अनुसार रेलवे बोर्ड ने अटारी स्पेशल एक्सप्रेस, दिल्ली -अटारी-दिल्ली, जो वाघा-लाहौर ङ्क्षलक के साथ मिलकर समझौता या फ्रेंडशिप एक्सप्रेस नाम से जानी जाती है। बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद दोनों देशों के संबंधों में आए तनाव और इसके बाद के घटनाक्रमों के बीच पाकिस्तान अपने यहां से इसके परिचालन को पहले ही स्थगित कर चुका है। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी की माने तो पाकिस्तान से कोई यात्री नहीं होने के चलते इस तरफ इसे चलाने का कोई तुक नहीं है। आशा है कि तनाव घट जाने के बाद हम इस सेवा को बहाल कर पायेंगे। जानकारी के मुताबिकपाकिस्तान ने बुधवार को अपनी ओर वाघा-लाहौर रेल मार्ग पर ट्रेन के फेरे रद्द कर दिये थे, जबकि 27 यात्री भारतीय ट्रेन से पुरानी दिल्ली से अटारी पहुंचे थे। उनमें 23 भारतीय यात्री और तीन पाकिस्तानी यात्री थे। यह ट्रेन बुधवार रात को 11 बजकर 20 मिनट पर नयी दिल्ली से रवाना हुई थी। अधिकारियों के अनुसार वाघा स्टेशन मास्टर ने अपने अटारी समकक्ष को संदेश भेजा कि यात्री और पार्सल ट्रेन जो पाकिस्तान की तरफ से अटारी तक आती है, अगले आदेश तक नहीं आएगी। इससे पहले दिन में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा था कि पाकिस्तान और भारत के बीच वर्तमान स्थिति के मद्देनजर ट्रेन परिचालन बृहस्पतिवार को स्थगित कर दिया गया।
पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद यात्रियों की संख्या में विशेषतौर पर भारी कमी आई है। हालात यह है कि आज भारत से जो लोग दिल्ली से अटारी पहुंचे थे, उसमें कुल 42 यात्रियों की संख्या रही। लेकिन, पाकिस्तान की ओर से समझौता एक्सप्रेस न आने के चलते यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। आखिरकार हाईलेवल बातचीत करके भारत ने सभी मुसाफिरों को वाघा के रास्ते पाकिस्तान पहुंचाया। सूत्रों के अनुसार रेलवे बोर्ड ने अटारी स्पेशल एक्सप्रेस, दिल्ली -अटारी-दिल्ली, जो वाघा-लाहौर ङ्क्षलक के साथ मिलकर समझौता या फ्रेंडशिप एक्सप्रेस नाम से जानी जाती है। बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद दोनों देशों के संबंधों में आए तनाव और इसके बाद के घटनाक्रमों के बीच पाकिस्तान अपने यहां से इसके परिचालन को पहले ही स्थगित कर चुका है। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी की माने तो पाकिस्तान से कोई यात्री नहीं होने के चलते इस तरफ इसे चलाने का कोई तुक नहीं है। आशा है कि तनाव घट जाने के बाद हम इस सेवा को बहाल कर पायेंगे। जानकारी के मुताबिकपाकिस्तान ने बुधवार को अपनी ओर वाघा-लाहौर रेल मार्ग पर ट्रेन के फेरे रद्द कर दिये थे, जबकि 27 यात्री भारतीय ट्रेन से पुरानी दिल्ली से अटारी पहुंचे थे। उनमें 23 भारतीय यात्री और तीन पाकिस्तानी यात्री थे। यह ट्रेन बुधवार रात को 11 बजकर 20 मिनट पर नयी दिल्ली से रवाना हुई थी। अधिकारियों के अनुसार वाघा स्टेशन मास्टर ने अपने अटारी समकक्ष को संदेश भेजा कि यात्री और पार्सल ट्रेन जो पाकिस्तान की तरफ से अटारी तक आती है, अगले आदेश तक नहीं आएगी। इससे पहले दिन में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा था कि पाकिस्तान और भारत के बीच वर्तमान स्थिति के मद्देनजर ट्रेन परिचालन बृहस्पतिवार को स्थगित कर दिया गया।