सीबीआई ने वीडियोकॉन के सीईओ वेणुगोपाल गिरफ्तार
आईसीआईसीआई बैंक लोन धोखाधड़ी मामले की कार्रवाई
2010 और 2012 के बीच की गई धोखाधड़ी
नेशनल डेस्क: केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई ने सोमवार को वीडियोकॉन ग्रुप के फाउंडर वेणुगोपाल धूत को गिरफ्तार कर लिया। ये गिरफ्तारी आईसीआईसीआई बैंक लोन धोखाधड़ी मामले में हुई है।
मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने 3 दिन की कस्टडी के लिए भेजा
इससे पहले एजेंसी ने शुक्रवार को आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को अरेस्ट किया था। इसके बाद उन्हें मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने दोनों को 3 दिन यानि 24 से 26 दिसंबर की कस्टडी में भेज दिया था।
उन पर यह आरोप है कि जब चंदा कोचर ने देश के बड़े प्राइवेट बैंकों में से एक आईसीआईसीआई बैंक की कमान संभाली तो वीडियोकॉन की विभिन्न कंपनियों को नियमों को ताक पर रखकर कुछ लोन स्वीकृत किए। इनमें 2012 में दिया गया 3250 करोड़ रुपए का एक लोन भी शामिल है।
CBI arrests Videocon chairman Venugopal Dhoot in ICICI Bank money laundering case
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#CBI #VenugopalDhoot #ICICI #MoneyLaundering pic.twitter.com/fcCWkhSu1i— ANI Digital (@ani_digital) December 26, 2022
मुंबई में विशेष सीबीआई अदालत के सामने पेश
कोचर से पूछताछ के बाद वेणुगोपाल धूत को मुंबई में गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई उन्हें बाद में मुंबई में विशेष सीबीआई अदालत के सामने पेश करेगी। जांच एजेंसी उसकी कस्टोडियल रिमांड की मांग करेगी। आपको बता दें कि वेणुगोपाल धूत पर यह आरोप था कि आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड ने ट्रेंड इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, सेंचुरी अप्लायंसेज लिमिटेड, कैल लिमिटेड, वैल्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इवान फ्रेजर एंड कंपनी इंडिया लिमिटेड को लगभग 3,250 करोड़ रुपये की क्रेडिट सुविधाएं मंजूर की।
2010 और 2012 के बीच की गई धोखाधड़ी
आपको बता दें कि यह धोखाधड़ी 2010 और 2012 के बीच की गई थी। इसी कड़ी के चलते सीबीआई ने शनिवार को आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ और एमडी चंदा कोचर को उनके पति दीपक कोचर के साथ गिरफ्तार किया था।