दिल्ली में मेयर चुनाव के लिए नई तारीख तय
जानें कब होंगे दिल्ली में मेयर का चुनाव
13 और 14 फरवरी को चुनाव कराना चाहती थी दिल्ली सरकार
नई दिल्ली. दिल्ली में नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव हुए दो महीने हो चुके हैं लेकिन अभी तक मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव नहीं हो सका है। आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच जारी गतिरोध के कारण तीन बार चुनाव का प्रयास असफल हो चुका है। अब इस चुनाव को लेकर नई तारीख तय हुई है। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने केजरीवाल सरकार के प्रस्ताव को मानते हुए उसे हरी झंडी दे दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के 6 सदस्यों के चुनाव कराने के लिए गुरूवार 16 फरवरी को सिविक सेंटर में दिल्ली नगर निगम की बैठक कराने का प्रस्ताव उपराज्यपाल को भेजा था। जिसे आज एलजी ने स्वीकार कर लिया है। मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव का ये चौथा प्रयास होगा। एमसीडी के इतिहास आजतक कभी इतना लंबा गतिरोध नहीं चला है।
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार पहले 13 और 14 फरवरी को मेयर का चुनाव कराना चाहती थी। लेकिन इससे जुड़े एक मामले की सुनवाई 13 फरवरी को ही सुप्रीम कोर्ट में होनी है, इसलिए केजरीवाल सरकार 16 फरवरी को चुनाव कराने पर सहमत हुई। दरअसल, पिछले दिनों मेयर चुनाव न हो पाने के बाद आम आदमी पार्टी की मेयर उम्मीदवार शैली ओबरॉय सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई थीं और जल्द मेयर चुनाव कराने की गुहार लगाई थी। इस पर शीर्ष अदालत ने एलजी, एमसीडी के पीठासीन अधिकारी और अन्य लोगों से जवाब तलब किया था।
क्या है एमसीडी का गणित ?
250 सदस्यीय नगरपालिका सदन में सबसे अधिक आम आदमी पार्टी के 134 वार्ड, 104 वार्डों के साथ दूसरे स्थान पर बीजेपी और 9 वार्डों के साथ तीसरे पायदान पर कांग्रेस है। वहीं, अन्य के खाते में तीन वार्ड आए। इस नतीजे ने 15 सालों से एमसीडी की सत्ता पर काबिज बीजेपी को पॉवर से बेदखल कर दिया। परिणाम आने के बाद असली लड़ाई मेयर पद को लेकर शुरू हो गई। आप और बीजेपी एक दूसरे पर पार्षदों के खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रहे हैं।