कानपुर पुलिस का आपराधिक चेहरा सामने आया
अपराध रोकने वाली पुलिस ने खुद एक बड़ी लूट को अंजाम दिया
इंस्पेक्टर की जांच पर हुई कार्रवाई
यूपी डेस्क: उत्तर प्रदेश में कानपुर पुलिस का एक बार फिर आपराधिक चेहरा सामने आया है। अपराध रोकने वाली पुलिस ने खुद एक बड़ी लूट को अंजाम दिया है। यह वारदात उन्नाव से अपने अपने घर सिकंदरा लौट रहे व्यापारी सत्यम शर्मा के साथ हुई है। आरोपी पुलिसकर्मियों ने फर्जी केस में फंसाने की धमकी देकर यह लूटपाट की, वहीं जब व्यापारी ने विरोध किया तो आरोपी पुलिसकर्मियों ने मारपीट भी की। घटना बुधवार देर रात की है। अगले दिन गुरुवार को पीड़ित कारोबारी ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी। इसके बाद तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर गिरफ्तार किया गया है।
तीनों पुलिसकर्मियों ने पीड़ित से 5 से 6 लाख रुपये लूट लिए। घटना कानपुर के सचेंडी इलाके की है. पीड़ित पेशे से व्यवसायी बताई जा रही हैं। जो कानपुर के देहात जिले के रहने वाली है। उनका कथित तौर पर हार्डवेयर का कारोबार है।
पीड़ित के आरोपों के अनुसार, जब वह सचेंडी इलाके से गुजर रहे थे तब तीन पुलिसकर्मियों ने रोका और उनकी तलाशी ली। तलाशी के बाद जब उन्हें एकमुश्त रकम बरामद हुई तो उन्होंने पीड़ित को धमकाया और मारपीट शुरू कर दी। पुलिसकर्मियों ने पीड़ित को कहा कि यह पैसा जुए के जरिए हासिल किया गया है। यह कहते हुए उन लोगों ने पूरी रकम छीन ली। इसके अलावा उन्होंने पीड़ित को धमकी भी दी कि अगर उसने इस घटना के बारे में किसी को बताया तो पुलिस उसे गिरफ्तार कर जेल भेज देगी।
पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने इंस्पेक्टर से जांच कराई तो मामला सही पाया गया। जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई. डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने तीनों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। उन्होंने बताया कि दरोगा यतीश कुमार और हेड कांस्टेबल अब्दुल राफे सादे कपड़ों में थे, जबकि दरोगा रोहित सिंह ने वर्दी पहन रखी थी। पुलिस को कारोबारी के पास 5 से 6 लाख रुपये होने की सूचना पहले से ही मिल गई थी। इस कारण वे तीनों पहले से ही गाड़ी में सवार होकर दीपू चौहान ढाबा के पास पहुंच गए और कारोबारी के वहां पर आने के साथ ही उसे घेर लिया था।
हार्डवेयर कारोबारी द्वारा शिकायत में जानकारी दी गई कि जब ढाबे के पास पहुंचा तो पुलिसकर्मियों ने उसे घेर लिया उससे कहा कि उन्नाव में जुआ खेलकर मोटी रकम जीती है। एक पुलिसकर्मी ने उससे कहा कि इसे यहीं से गिरफ्तार कर सीधा जेल भेज दो। यह कहकर उन लोगों ने कारोबारी को घेर लिया और मारपीट करने लगे और रुपए लूटकर भाग निकले। कारोबारी ने पुलिस को बताया कि पहले तो वह समझ नहीं पाया कि वह पुलिसकर्मी हैं, मगर उनमें से एक ने वर्दी पहन रखी थी।