राहुल गांधी पर हमले से तमतमायी कांग्रेस
कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को कहा सरकार का चीयरलीडर
उपसभापति हरिवंश भी जता चुके हैं असहमति
National Desk. ब्रिटेन में भारतीय लोकतंत्र और मोदी सरकार पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयानों पर घमासान जारी है। केंद्र सरकार के मंत्रियों, बीजेपी नेताओं और कांग्रेस नेताओं के बीच जमकर वार-पलटवार हो रहा है। अब इस विवाद में उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की भी एंट्री हो गई है। उन्होंने ने भी राहुल गांधी के संसद में माइक बंद करने वाले बयान से असहमति जाहिर करते हुए इसे देश का अपमान बताया है।
उपराष्ट्रपति के इस बयान पर कांग्रेस भड़क गई है। कांग्रेस के मीडिया इंचार्ज और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एक लंबा चौड़ा प्रेस रिलीज जारी कर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ पर निशाना साधा है और उन्हें अपनी जिम्मेदारी निभाने की नसीहत दी है। जयराम रमेश ने कहा कि राज्यसभा के सभापति को अंपायर होना चाहिए, सरकार के चीयरलीडर नहीं।
कल उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति ने जो कुछ कहा है, उसके जवाब में मेरा वक्तव्य। pic.twitter.com/qOx0sw93jw
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) March 10, 2023
दरअसल, गुरूवार को नई दिल्ली में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कर्ण सिंह की मुंडक उपनिषद पर आधारित एक किताब का विमाचन समारोह था। जिसमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी आमंत्रित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा कि राहुल गांधी का नाम ने लेते हुए कहा था कि भारत का लोकतंत्र कितना बड़ा और वर्किंग डेमोक्रेसी है। पूरी दुनिया इसे स्वीकार कर रही है।
वहीं, हममें से कुछ जिनमें सांसद भी शामिल हैं, समृद्ध लोकतांत्रिक मूल्यों को गिराने में लगे हैं। विदेशी धरती पर ये कहना कि संसद में माइक बंद कर दिए जाते हैं, ये एक तरह से झूठ का प्रचार करना है। ये देश का अपमान है। इस दौरान राज्यसभा के सभापति ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे ऐसी ताकतों को बेनकाब करें और उन्हें विफल करें।
उपसभापति हरिवंश भी जता चुके हैं असहमति
इससे पहले राज्यसभा के उपसभापति और कांग्रेस की सहयोगी जदयू के सांसद हरिवंश नारायण सिंह भी राहुल गांधी के बयान से असहमति प्रकट कर चुके हैं। सिंह ने पिछले दिनों कहा था कि पिछले 9 साल से जब से वो यहां आए हैं, उन्हें कभी ऐसा सुनने को नहीं मिला है। संसद में माइक बंद करने का बयान पूरी तरह से असत्य और निराधार है।
पिछले दिनों अपने ब्रिटेन प्रवास के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने विभिन्न मंचों से मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा था। ब्रिटिश संसद में लेबर पार्टी के भारतीय मूल के सांसद वीरेंद्र शर्मा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा था कि भारत की संसद में हमें बोलने नहीं दिया जाता है। विपक्षी सांसदों का माइक्रोफोन बंद कर दिया जाता है। भारत में विपक्ष का दमन हो रहा है।