ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं का जमावड़ा
भूतड़ी अमावस्या पर नर्मदा स्नान और तांत्रिक क्रियायें
भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन द्वारा अस्थायी पुल
मध्यप्रदेश डेस्क: चैत्र की अमावस्या (भूतड़ी अमावस्या) पर नर्मदा स्नान और तांत्रिक क्रियाओं के लिए सोमवार शाम से ही ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। मध्य रात्रि में श्रद्धालुओं ने नर्मदा में खडे होकर तंत्र-मंत्र और पूजन की परंपरा का निभाई। भक्तों ने ज्योतिर्लिंग मंदिर पहुंच कर दर्शन भी किए। रात आठ बजे तक करीब 40 हजार श्रद्धालु ओंकारेश्वर पहुंच चुके थे।
अंधविश्वास के व्यापार से जुड़े तांत्रिक बाबाओं की जगह-जगह दुकानें सजती हैं। वे अपने ग्राहकों (प्रेत आत्माओं से पीड़ित) को गांव-कस्बों से लेकर आते हैं। रात में प्रेत-आत्माओं को भगाने की प्रक्रिया चलती है, लेकिन इनकी सुरक्षा को लेकर प्रशासन भी मुस्तैद रहता है।
अकेले ओंकारेश्वर में खंडवा जिला प्रशासन ने 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए हैं। रक्षित निरीक्षक पुरुषोत्तम विश्नोई के अनुसार जिला बल के साथ अलीराजपुर, झाबुआ और इंदौर बटालियन से फोर्स बुलाया गया है। इनके अलावा 500 से ज्यादा नगर रक्षा समिति सदस्य और ग्राम कोटवारों की ड्यूटी भी लगाई है। ओंकारेश्वर के पहुंच मार्ग इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर स्थित मोरटक्का, खेडीघाट पर भी लोग जुटेंगे। इसी वजह से इंदौर से खंडवा-बुरहानपुर आने-जाने वाले भारी वाहनों के लिए रूट डायवर्ट किया गया है।