पश्चिम बंगाल के एगरा में जोरदार धमाका
हादसे मैं अभी तक 9 लोगों के मौत की पुष्टि
बीजेपी ने की NIA जांच की मांग
West Bengal Blast:. पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के एगरा में एक जोरदार धमाका हुआ, जिसमें अब तक कम से कम 9 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। हादसे में 5 लोगों के घायल होने की भी जानकारी है। ब्लास्ट इतना भीषण था कि कई किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनाई दी और आसपास की जमीन हिल गई। विस्फोट के बाद मौके से उठता धुंए का गुब्बार इतना ऊंचा था कि मानो किसी ने ऊपर से बम गिरा दिया हो। जानकारी के मुताबिक, यह धमाका एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुआ है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, विस्फोट के बाद घटनास्थल का मंजर खौफनाक था। धमाके के चपेट में आने वाली पूरी जगह किसी युद्धग्रस्त क्षेत्र की भांति लग रही थी। चारों तरफ मानव अंगों के चिथड़े पड़े थे और मलबा बिखरा हुआ था। पास के तालाब में भी खून दिखाई दे रहा है। घायल लोगों में कुछ की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। ऐसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की संभावना है।
घटना की पुष्टि करते हुए पुलिस ने बताया कि जिस जगह धमाका हुआ, वहां अवैध पटाखा फैक्ट्री चल रही थी। धमाके में फैक्ट्री की पूरी इमारत तबाह हो चुकी है। जिस जगह विस्फोट हुआ, वह इलाका ओडिशा की सीमा से लगा हुआ है और यहां से पटाखे ओडिशा भेजे जाते थे। यह फैक्ट्री बिना अनुमति के चल रही थी। इसके मालिक के खिलाफ पहले भी कार्रवाई हो चुकी है। लेकिन फिर भी वह गुपचुप तरीके से फैक्ट्री चला रहा था।
पूर्वी मेदिनीपुर जिले के एसपी अमरनाथ ने बताया कि इससे पहले पुलिस ने छापेमारी कर फैक्ट्री को सीज कर केस दर्ज किया था। बीते हफ्ते हमने खुफिया इनपुट मिलने के बाद यहां छापा मारा था लेकिन कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि इस बात की भी जांच की जा रही है कि यहां केवल पटाखे ही बनाए जा रहे थे या इसकी आड़ में बम बनाने का काम भी चल रहा था।
सरकार ने मुआवजे का किया ऐलान
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना की सीआईडी जांच कराने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि धमाके में मारे गए लोगों के परिजनों को ढ़ाई-ढ़ाई लाख रूपये और घायलों को 1-1 लाख रूपये का मुआवजा दिया जाएगा। बंगाल सीएम ने कहा कि आरोपी फैक्ट्री मालिक हादसे के बाद ओडिशा भाग गया है। उससे जुड़ी सारी डिटेल ओडिशा पुलिस से साझा की गई है और उसे गिरफ्तार करने में मदद मांगी गई है।
एगरा धमाके को लेकर विपक्षी बीजेपी ने ममता सरकार पर जोरदार हमला बोला है। प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को खत लिखकर मामले की जांच एनआईए से कराने की मांग की है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने भी गृह मंत्री शाह और राज्यपाल सीवी आनंद बोस से धमाके की जांच केंद्रीय एजेंसी से कराने की मांग की है। उन्होंने घटनास्थल पर केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती की भी मांग की। उनका कहना है कि राज्य पुलिस शवों को अवैध रूप से हटा सकती है। बता दें कि पूर्वी मेदिनीपुर अधिकारी का गृह जिला भी है।
वहीं, बीजेपी के हमले पर सीएम ममता बनर्जी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जिस पंचायत के तहत यह फैक्ट्री आती है, उसका प्रमुख एक निर्दलीय है जिसे भाजपा का समर्थन प्राप्त है। यहां टीएमसी कार्यकर्ताओं को यहां तक की पुलिसवालों को भी आने नहीं दिया जाता है। गांव में घुसते ही उनपर हमला हो जाता है।बता दें कि पश्चिम बंगाल में इस तरह की ये कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी विभिन्न जिलों में अवैध रूप से चल रहे पटाखा फैक्ट्रियों में धमाके हो चुके हैं, जिसमें वहां काम करने वाले मजदूर मारे गए हैं।