- दूसरे श्राद्ध के दिन बन रहे है ये योग व नक्षत्र
- जानें पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र की क्या है खासियत
धर्म डेस्क: आज 03 सिंतबर दिन गुरुवार धृति योग तथा पूर्व भाद्रपद नक्षत्र बन रहा है। इसके अलावा आज इस वर्ष के पितृ पक्ष का दूसरा श्राद्ध श्रेष्ठ रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धृति योग का अर्थ मन की दृढ़ता, चित्त की अविचलता, धैर्य, धीरता तथा धीरजता है। इस योग को समस्त ग्रंथों में प्रमुख यम मानाा जाता है। मनुस्मृति के रचियता मनु ने अपने शास्त्र में धर्म के 10 लक्ष्णों में इस योग को भी स्थान दिया है। तो वहीं साहित्यपदर्पण के मुताबिक यह व्यभिचारी भावों में से एक है।
इसके अलावा पूर्व भाद्रपद नक्षत्र की बात करें तो बताया जाता है कि पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में पैदा हुए जातक देखने में आकर्षक, व्यक्तित्व से धनी, गुणवान, धर्म-कर्म में विश्वास रखने वाले, ईमानदार, परोपकारी तथा न्यायप्रिय होते हैं। इसके अलावा इस नक्षत्र में जन्में लोग शिक्षा से जुड़े सभी कार्यों में हमेशा उत्तम फल प्राप्त होता है। आगे जानें आज का पंचांग तथा आज के व्रत व त्यौहार-
त्यौहार और व्रत
आश्विन प्रारम्भ *उत्तर
द्वितीया श्राद्ध
सूर्योदय-06:00 ए एम
सूर्यास्त-06:40 पी एम
चन्द्रोदय-07:37 पी एम
चन्द्रास्त-06:44 ए एम
शक सम्वत-1942 शर्वरी
विक्रम सम्वत-2077 प्रमाथी
गुजराती सम्वत-2076 विरोधकृत्
अमान्त महीना-भाद्रपद
पूर्णिमान्त महीना-आश्विन
वार-गुरुवार
पक्ष-कृष्ण पक्ष
तिथि-प्रतिपदा – 12:26 पी एम तक
नक्षत्र-पूर्व भाद्रपद – 08:51 पी एम तक
योग-धृति – 01:21 पी एम तक
करण-कौलव – 12:26 पी एम तक
द्वितीय करण-तैतिल – 01:22 ए एम, सितम्बर 04 तक
सूर्य राशि-सिंह
चन्द्र राशि-कुम्भ – 02:15 पी एम तक
राहुकाल-01:55 पी एम से 03:30 पी एम
गुलिक काल-09:10 ए एम से 10:45 ए एम
यमगण्ड-06:00 ए एम से 07:35 ए एम
अभिजित मुहूर्त-11:54 ए एम से 12:45 पी एम
दुर्मुहूर्त-10:13 ए एम से 11:04 ए एम
दुर्मुहूर्त-03:17 पी एम से 04:08 पी एम
अमृत काल-12:05 पी एम से 01:51 पी एम