यूपी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया
अफवाहों को लेकर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर एक शख्स की हत्या
इलाके में बेटी को बेचने की अफवाह उड़ी जिससे लोगों ने दिवाकर की जान ले ली
विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर साधा निशाना
यूपी डेस्क: अफवाहों और गलत फहमियां अब लोगो की मौत की वजह बनने लगी हैं। यूपी के मैनपुरी से एक ऐसा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां अफवाहों को लेकर पांच लोगों ने एक शख्स को बुरी तरह पीटा जिससे उसकी जान चली गई। यह वारदात रविवार रात की है। विपक्षी पार्टियों का दावा है कि दलित सर्वेश दिवाकर के साथ दक्षिण पंथी संठगन के कार्यकर्ताओं ने हमला किया है। लेकिन पुलिस ने इन आरोपों को खारिज किया है।
बता दे, अस्पताल में भर्ती पीड़ित शख्स की मौत हो गई है।मरने वाले शख्स का नाम दिवाकर था। दिवाकर ठेले पर कचौड़ी बेचने का काम करते थे और उनकी एक 16 वर्षीय बेटी है। जो इलाके के एक स्कूल में पढ़ती हैं। इनकी बेटी घरेलू सहायिका के रूप में काम भी करती थी। दिवाकर एक किराए के घर में रहते थे।कोरोना महामरी की वजह से उसकी नौकरी चली गई थी। इसी कारण कुछ दिन पहले ही दिवाकर ने अपनी बेटी को रिश्तेदारों के यहां रहने के लिए भेज दिया था।
बेटी रिश्तेदार के यहां रह रही थी, इसी बीच इलाके में बेटी को लेकर एक अफवाह उड़ी कि दिवाकर ने अपने बेटी को बेच दिया है। और लोगो ने इसी अफवाह की वजह से उन्हें पीटा, इस घटना का एक विडियो सामने आया है। जिसमें देखा जा सकता है। पांच लोग दिवाकर के घर की छत पर उन्हें लात-घूंसों से पीट रहे हैं और दिवाकर उनसे दया की भीक मांग रहे हैं। इसके बावजूद उनकी बातों को अनदेखा करते हुए आरोपी उन्हें मारते है। पांचों लोग किसी कीमत पर उन्हें मारना बंद नहीं करते हैं वह जमीन पर गिर जाते हैं। पुलिस ने सोमवार को जारी अपने बयान में इस मामले में किसी भी संगठन का हाथ होने से इंकार किया है।
समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विटर पर यह वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट में लिखा-” मैनपुरी का यह वीडियो सामने आया है जहां बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा कचौड़ी का ठेला लगाने वाले दलित युवक सर्वेश दिवाकर की लिंचिंग कर हत्या कर दी गई. दोषी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर कड़ी कार्रवाई करे सरकार।”
मैनपुरी पुलिस ने दिवाकर की मौत और इस मामले को लेकर कहा, “पुलिस घटनास्थल पर मौके पर पहुंची और व्यक्ति को अस्पताल लेकर गई। जिला अस्पताल में उनकी मौत हो गई । हमने तुरंत वीडियो पर ऐक्शन लेते हुए वीडियो में दिख रहे 5 में से चार लोगों का गिरफ्तार कर लिया है। हमें अभी तक आरोपियों के किसी भी संगठन से जुड़े होने की जानकारी नहीं हुई है.”