जानें कैसा बीतेगा आपका आज का दिन
जानें पंचांग के पांच अंग तिथि
आइए जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
Aaj Ka Panchang: धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है। इस बार ये व्रत 30 अगस्त, मंगलवार को किया जाएगा। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत करती हैं यानी दिन भर कुछ भी खाती-पीती नही हैं। रात भर जागकर करके भगवान शिव और पार्वती के भजन गाती हैं। अगले दिन व्रत का पारणा करती हैं। मान्यता है कि ये व्रत करने से परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
30 अगस्त का पंचांग
30 अगस्त 2022, दिन मंगलवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि दोपहर 03:33 तक रहेगी। इसके बाद चतुर्थी तिथि शुरू हो जाएगी, जो रात अंत तक रहेगी। मंगलवार को सूर्योदय हस्त नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। मंगलवार को हस्त नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा शुभ नाम के एक अन्य योग भी इस दिन रहेगा। इस दिन राहुकाल दोपहर 03:35 से शाम 05:09 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी
मंगलवार को चंद्रमा कन्या राशि में, सूर्य सिंह राशि में, बुध कन्या राशि में, मंगल वृष राशि में, शुक्र कर्क राशि में, शनि मकर राशि में (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि निकलना पड़े तो गुड़ खाकर यात्रा पर जाना चाहिए
30 अगस्त के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
- विक्रम संवत- 2079
- मास पूर्णिमांत- भादौ
- पक्ष- शुक्ल
- दिन- मंगलवार
- ऋतु- वर्षा
- नक्षत्र- हस्त
- करण- गर और वणिज
- सूर्योदय – 6:12 AM
- सूर्यास्त – 6:42 PM
- चन्द्रोदय – Aug 30 8:34 AM
- चन्द्रास्त – Aug 30 8:46 PM
- अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:02 से 12:52 तक
30 अगस्त का अशुभ समय
- यम गण्ड – 9:19 AM – 10:53 AM
- कुलिक – 12:27 PM – 2:01 PM
- दुर्मुहूर्त – 08:42 AM – 09:32 AM और 11:18 PM – 12:04 AM
- वर्ज्यम् – 07:57 AM – 09:34 AM
हिंदू वर्ष का दसवां महीना है पौष
पंचांग के अनुसार, हिंदू वर्ष का दसवां महीना पौष है। इस महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा पुष्य नक्षत्र में होता है, इसलिए इस महीने का नाम पौष रखा गया है। धर्म ग्रंथों में इस महीने का विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में संकष्टी चतुर्थी, सफला एकादशी, पौष अमावस्या, पुत्रदा एकादशी, वैकुंठ एकादशी, मकर संक्रांति, लोहड़ी, पोंगल आदि त्योहार मनाए जाते हैं।