शिष्या से रेप केस मामले में आसाराम बापू दोषी करार
रेप के अन्य मामले में जेल में बंद है बाबा
10 सालों से जेल में है आसाराम बापू
(नेशनल डेस्क) संत का चोला पहनने वाले आसाराम को रेप मामले में दोषी ठहराया गया है। आसाराम के खिलाफ आज गांधीनगर एडिशन डिस्ट्रिक्ट एंड सेशंस कोर्ट ने फैसला सुनाया है। वहीं दूसरे आरोपी को निर्दोष ठहराया गया है। अब आसाराम की सजा का ऐलान आज यानि 31 जनवरी किया जाएगा। आसाराम को आज वर्चुअली कोर्ट में पेश किया गया था।
आपको जानकारी के लिए बता दें आसाराम बापू काफी वक्त से जेल में बंद हैं. इस मामले में आसाराम की पत्नी लक्ष्मी, बेटी भारती और चार महिला अनुयायियों को आरोपी बनाया गया था. इन सभी को कोर्ट ने कुछ वक्त पहले बरी किया था. अब उन्हें दोषी करार दिया गया है. बता दें आसाराम बापू जोधपुर की जेल की हवाकाट रहे हैं. 2013 में सूरत की दो बहनों और उनके पिता ने आसाराम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें कहा गया था कि 2002 से 2005 के बीच उनके साथ बार-बार रेप किया गया.
साल 2013 में सूरत की दो बहनों ने नारायण साईं और उसके पिता आसाराम के खिलाफ रेप की शिकायत दर्ज कराई थी। छोटी बहन ने शिकायत में कहा था कि नारायण साईं ने 2002 से 2005 के बीच उसके साथ बार-बार रेप किया। लड़की के मुताबिक, जब वह सूरत में आसाराम के आश्रम में रह रही थी, तब उसके साथ रेप हुआ था. वहीं बड़ी बहन ने शिकायत में आसाराम पर रेप का आरोप लगाया था. पीड़िता ने कहा कि अहमदाबाद में आश्रम में आसाराम ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया. दोनों बहनों ने पिता-पुत्र के खिलाफ अलग-अलग तहरीर दी है. आसाराम बापू इस समय जोधपुर की एक जेल में बंद है. 2018 में, जोधपुर की एक कोर्ट ने उन्हें एक अलग यौन उत्पीड़न मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. उन्हें 2013 में अपने जोधपुर आश्रम में एक 16 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार करने का दोषी पाया गया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लड़कियों ने बतायाथा कि वह सूरत में आसाराम के आश्रम में रही थीं. तभी उनके साथ रेप हुआ था. वहीं बड़ी बहन ने आरोप लगाया था कि अहमदाबाद के आश्रम में उसके साथ कई बार रेप हुआ था. आसाराम को इससे पहले कोर्ट रेप के मामले में सदा सुना चुकी है. जोधपुर कोर्ट ने उन्हें एक अलग यौन उत्पीड़न के मामले में सजा सुनाई थी. 2013 में उन्होंने जोधपुर आश्रम में एक 16 साल की लड़की के साथ रेप किया था.
जेल में बंद आसाराम बापू ने हाल ही में कोर्ट से जमानत मांगी थी. जमानत अर्जी में आसाराम ने कहा था कि वह पिछले 10 साल से जेल में है. उनकी उम्र 80 साल से ज्यादा है. वह गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट को उनकी जमानत याचिका पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए और जमानत का आदेश जारी करना चाहिए ताकि उन्हें उचित इलाज मिल सके.