आजम खां को सुप्रीम कोर्ट से आज झटका लगा हैं
यूपी में दर्ज कुछ केसों को दूसरे राज्यों में ट्रांसफर कर दिया जाए
यूपी में उन्हें न्याय नहीं मिल सकता है
आजम खान और उनके परिवार के सदस्यों पर कई मामले लंबित है
(उत्तरप्रदेश डेस्क) समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे आजम खां को सुप्रीम कोर्ट से आज झटका लगा है। दरअसल, सपा नेता ने एक याचिका दायर कर सर्वोच्च न्यायालय से अपील की थी कि उनके खिलाफ यूपी में दर्ज कुछ केसों को दूसरे राज्यों में ट्रांसफर कर दिया जाए।
कोर्ट ने उनकी इस मांग को नकारते हुए उन्हें हाईकोर्ट जाने के लिए कहा और निर्देश दिए कि उनकी याचिका पर जल्दी सुनवाई की जा सकती है।साथ ही कोर्ट ने निर्देश दिया कि उनकी याचिका पर जल्द से जल्द सुनवाई की जाए। आज़म खां की दलील थी कि यूपी में उन्हें न्याय नहीं मिल सकता है। उल्लेखनीय है कि आजम खां और उनके परिवार के सदस्यों पर कई मामले लंबित हैं, जिनकी सुनवाई चल रही है। सपा नेता लगातार आरोप लगाते रहे हैं कि योगी सरकार उन्हें जानबूझकर निशाना बना रही है।
दरअसल आजम खान और उनके परिवार के सदस्यों पर कई मामले लंबित है जिसकी सुनवाई चल रही है आज हम उनके परिवार के सदस्य और समाजवादी पार्टी के नेताओं की ओर से सत्तारूढ़ दल पर उन्हें जानबूझकर निशाना बनाने का आरोप लगाया जाता है
हालांकि सरकार की ओर से कहा जाता है कि कानून अपना काम कर रही है बताया जा रहा है कि सपा नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ 87 मामले दर्ज हैं जिसमें अभद्र भाषा भ्रष्टाचार और चोरी का मामला शामिल है
अक्टूबर में एक अदालत में आजम खान को अभद्र भाषा के मामले में 3 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी जिसके बाद यूपी विधानसभा सचिवालय ने उन्हें सदन से अयोग्य घोषित किया था साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान आजम खान के ऊपर कोतवाली क्षेत्र में 8 खटनगरिया गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भड़काऊ भाषण देने के मामला दर्ज किया गया था. उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिनका ट्रायल कोर्ट में चल रहा है आजम खान ने मामलों को उत्तर प्रदेश से बाहर ट्रांसफर कराने की याचिका दी थी जिससे उन्हें न्याय मिल सके हालांकि कोर्ट की टिप्पणी से आजम पक्ष को झटका लगा है और अब उन्हें हाईकोर्ट में जाने को मजबूर होना पड़ेगा.
आजम खां के वकील कपिल सिब्बल ने दलील दी थी कि उत्तर प्रदेश में उन्हें न्याय की उम्मीद नहीं है।