दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में एक्यूआई गंभीर
दिल्ली के आईटीओ में एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 339 रिकॉर्ड
आनंद विहार में एक्यूआई 340 रिकॉर्ड
नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा की हालत खराब बनी हुई है। दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई गंभीर श्रेणी में पहुंच चुका है। रविवार की सुबह दिल्ली के आईटीओ में एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 339 रिकॉर्ड हुआ है।
आनंद विहार में एक्यूआई 340 रिकॉर्ड
वहीं आनंद विहार में ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 340 रिकॉर्ड किया गया है। इसके अलावा नेहरू नगर में एक्यूआई 369, पटपड़गंज में एक्यूआई 367, अशोक विहार में एक्यूआई 365, सोनिया विहार में एक्यूआई 381, जहांगीरपुरी में एक्यूआई 376, विवेक विहार में एक्यूआई 365, नरेला में एक्यूआई 376, वजीरपुर में एक्यूआई 375, बवाना में भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में एक्यूआई 383 दर्ज हुआ है।
Delhi Pollution: AQI slides, still at ‘upper end of Very Poor’ category
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— ANI Digital (@ani_digital) November 6, 2022
वहीं, दिल्ली सरकार लगातार प्रदूषण के प्रकोप को कम करने के लिए कदम उठा रही है। इसी कड़ी में अब दिल्ली में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों के घुसने पर रोक लगा दी गई है। यह पाबंदी अगले आदेश तक जारी रहेगी। आदेश के मुताबिक, यदि कोई इसका उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उसपर 20 हजार रूपये का जुर्माना लगेगा।
Air quality continues to dip in Delhi-NCR.
Air Quality Index (AQI) presently at 349 in Noida (UP) in ‘Very Poor’ category, 304 in Gurugram (Haryana) in ‘Very Poor’ category.
Delhi’s overall AQI currently in ‘Very Poor’ category at 339 pic.twitter.com/M2fKfjLuiC
— ANI (@ANI) November 6, 2022
नोएडा की हालत सबसे खराब
वहीं, एनसीआर के जिलों में नोएडा की हालत सबसे खराब है। नोएडा में एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 349, गुरुग्राम में एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 304, गाजियाबाद में ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 310 और फरीदाबाद में भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 359 दर्ज किया गया है। बता दें कि दिल्ली में अत्यधिक वायु प्रदूषण के कारण सांस संबंधी मरीजों की तादाद अस्पतालों में लगातार बढ़ रही है।
दिल्ली की सड़कों पर दौड़ेंगी निजी सीएनजी बसें
वाहनों पर प्रतिबंध के कारण दिल्लीवालों को आवाजाही में दिक्कत न हो इसके लिए राज्य सरकार ने 1 हजार निजी सीएनजी बसों को सड़कों पर उतारने का निर्णय लिया है। सरकार डीटीसी के जरिए इन बसों को किराये पर लेकर इसे सार्वजनिक परिवहन सेवाओं से जोड़ेगी। जानकारी के मुताबिक, पहले चरण में 60 दिनों के लिए किराए पर बस ली जाएगी। इसके बाद फिर बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी।