होली के बाद यूपी बीजेपी के संगठन में होंगे बड़े बदलाव
बीजेपी में नए चेहरों की हो सकती है एंट्री
दिल्ली से लखनऊ तक बैठकों का चला दौर
Up Desk: केंद्र की सत्ता में अंगद के पांव की तरह जमने के लिए जरूरी है कि बीजेपी देश के सबसे बड़े सूबे में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखे। नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचेंगे, ये यूपी में बीजेपी के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। लिहाजा पार्टी ने यहां के संगठन में व्यापक स्तर पर बदलाव करने का निर्णय़ लिया है। राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल को एकबार फिर लखनऊ भेजने के फैसले को भी इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है।
सुनील बंसल लगातार यूपी में 8 सालों तक संगठन महामंत्री रह चुके हैं। उनके कंधों पर उन 14 सीटों पर सफलता दिलाना है, जिस पर 2019 को भगवा दल को हार मिली थी। इन सबसे बीच यूपी बीजेपी की नई टीम को लेकर भी खूब सुगबुगाहट है। बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की अगुवाई बीजेपी की नई टीम का ऐलान होली के बाद कर दिया जाएगा।
नई टीम के गठन से पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लेकर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक बीजेपी नेताओं की हाईलेवल मीटिंग का दौर चला। इनमें आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठन में चेहरों को शामिल करने पर मंथन हुआ। गैर यादव ओबीसी, दलित और सवर्ण जातियों की बदौलत यूपी की राजनीति में पिछले 10 सालों में मजबूत पकड़ बनाने वाली बीजेपी संगठन में ऐसे लोगों को शामिल करना चाहती है, जो इन जातियों का प्रतिनिधित्व करे। जातिय संतुलन के साथ – साथ क्षेत्रीय संतुलन का भी ख्याल रखा जाएगा और महिलाओं की भी भागीदारी होगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुतबाकि, पिछले शुक्रवार को प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से करीब आधे घंटे तक इस विषय पर चर्चा हुई। इसके बाद चौधरी यूपी लौट आए। शनिवार को सीएम आवास में करीब डेढ़ घंटे तक संगठन को लेकर बैठक हुई। जिसमें भूपेंद्र चौधरी के अलावा संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह, मुख्यमंत्री और दोनों डिप्टी सीएम मौजूद रहे।
भूपेंद्र सिंह की नई टीम में नए चेहरों की एंट्री लगभग तय मानी जा रही है। सबसे अधिक चर्चा केंद्रीय रक्षा मंत्री और यूपी के पूर्व सीएम राजनाथ सिंह के दूसरे बेटे नीरज सिंह को लेकर हो रही है। सिंह काफी समय से बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यक्रमों में सक्रिय हैं। बताया जाता है उन्हें संगठन में जिम्मेदारी दी जा सकती है। उनके भाई पंकज सिंह नोएडा के विधायक हैं और संगठन में दो बार महामंत्री रह चुके हैं। मौजूदा समय में वह प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें संगठन के कार्यों से मुक्त कर उनकी जगह नीरज सिंह को लाया जा सकता है।
इसके अलावा प्रदेश महामंत्री जेपीएस राठौर, सुब्रत पाठक और प्रियंका रावत की जगह तीन नए चेहरों को संगठन में लाया जा सकता है। जेपीएस राठौर जहां योगी सरकार के कैबिनेट का हिस्सा बन चुके हैं। वहीं कन्नौज सांसद सुब्रत पाठक और बाराबंकी सांसद प्रियंका रावत को साल 2024 के आम चुनाव में बीजेपी फिर से मैदान में उतारने जा रही है। इसलिए उन्हें संगठन के कार्यों से मुक्त कर अपने क्षेत्र पर ध्यान लगाने को कहा गया है।
बीजेपी की नई टीम से अरविंद शर्मा, दयाशंकर सिंह और लक्ष्मण आचार्य की भी विदाई होगी। नौकरशाह से नेता बने अरविंद शर्मा योगी कैबिनेट का हिस्सा बन चुके हैं। इसी तरह दयाशंकर सिंह भी सरकार में शामिल हैं। वहीं, लक्ष्मण आचार्य हाल ही में राज्यपाल बनाए गए हैं। ऐसे में बीजेपी में तीन उपाध्यक्ष के पद खाली हो रहे हैं।
प्रदेश मंत्री त्र्यंबक त्रिपाठी और डॉ. चंद्रमोहन को प्रमोट कर उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है। इसके अलावा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रांशुदत्त द्विवेदी, एससी मोर्चा के अध्यक्ष रामचंद्र कनौजिया और किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह को भी मूल संगठन में उपाध्यक्ष या प्रदेश मंत्री के पद से नवाजा जा सकता है।