कश्मीर में आतंकवादी हिंदू नागरिकों को अपना निशाना बना रहे
2 दिनों में दो कश्मीरी ही हिन्दू नागरिकों को आतंकियों ने अपना निशाना बनाया
इससे पहले कुलगाम में एक बैंक मैनेजर की हुई थी हत्या
Target Killings in Kashmir : जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) में आतंकी गतिविधियां एक बार फिर तेजी से बढ़ती जा रही हैं सरकार और सुरक्षाबलों द्वारा तमाम प्रयासों के बाद भी जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग की मामलों में इजाफा हो रहा है। बीते 2 दिनों में दो कश्मीरी ही हिन्दू नागरिकों को आतंकियों ने अपना निशाना बनाया। शुक्रवार को आतंकियों बडगाम में बिहार के मजदूर दिलखुश कुमार (17) की गोली मारकर हत्या। इससे पहले कुलगाम में एक बैंक मैनेजर की हुई थी हत्या। बीते दिन शोपियां के जैनापोरा इलाके में प्रवासी मजदूरों पर ग्रेनेड फेंका गया, इस ग्रेनेड हमले में 2 मजदूर घायल हो गए हैं जिनका इलाज अस्पताल में जारी है।
26 दिन में मारे गए 10 लोग
जम्मू कश्मीर में एक बार फिर आतंकियों के निशाने पर कश्मीरी हिंदू हैं 3 दिन पहले एक सरकारी स्कूल टीचर की निर्मम हत्या के बाद, बीते दिन कुल बाम में बैंक मैनेजर और एक मजदूर की आतंकियों ने हत्या कर दी। अगर पिछले 26 दिन की बात करें तो आतंकियों ने इस दौरान कुल 10 कश्मीरी हिंदुओं को अपना निशाना बनाया है। जिसमें मरने वालों के नाम कुछ इस प्रकार हैं-
7 मई: कांस्टेबल गुलाम हसन डार
9 मई: शाहिद गनी डार
12 मई: राहुल भट्ट
12 मई: कांस्टेबल रियाज अहमद
17 मई: रंजीत सिंह
24 मई: कांस्टेबल सैफुल्ला कादरी
25 मई: अमरीन भट्ट
31 मई: रजनी बाला
2 जून: विजय कुमार
2 जून: दिलखुश
आर्टिकल 370 हटाने के बाद 18 हिंदुओं की हुई हत्या
जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद से अब तक करीब डेढ़ दर्जन हिंदुओं की हत्या हो चुकी है। इनमें छह कश्मीरी पंडितों समेत देश के कई अन्य राज्यों से काम करने वाले कुछ मजदूर और हिंदू कर्मचारी भी शामिल हैं। बीते 12 मई को बडगाम जिले में राजस्व अधिकारी के पद पर तैनात कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की आतंकियों ने गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी थी। राहुल भट्ट की हत्या के बाद से ही कश्मीर में टारगेट किलिंग का मुद्दा और ज्यादा गर्म हो गया। कश्मीर के कई हिंदू सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई हिंदू परिवारों ने तो कश्मीर से पलायन करना भी शुरू कर दिया है।