संसद सत्र में किए जा रहे हैं 10 सितंबर से बदलाव
1 दिन राज्यसभा तो 1 दिन लोकसभा की कार्यवाही
सांसदों को पालन करना होगा जरूरी नियम
नेशनल डेस्क: सांसद सत्र में 10 सितंबर से बदलाव होंगे। संसद का मौजूदा सेशन सितंबर के दूसरे हफ्ते से शुरू हो सकता है। जहां पूरा देश कोरोना वायरस महामारी से लड़ रहा है, वहीं सरकारी गहमागहमी भी बढ़ती जा रही है। बता दें संसद सत्र में अबकी बार बदलाव किया गया है। जिसके अनुसार एक दिन राज्यसभा तो दूसरे दिन लोकसभा की कार्यवाही चलेगी। कोरोना के चलते संसद का बजट सत्र जल्दबाजी में स्थगित कर दिया गया था। 22 सितंबर को मॉनसून सत्र बुलाए जाने की मियाद खत्म हो रही है। ऐसे में बताया जा रहा है कि 10 सितंबर से मॉनसून सत्र चार हफ्ते के लिए बुलाया जा सकता है।
सांसद को पालन करना जरूरी नियम
कुछ अहम चीजों की जानकारी देते सूत्रों ने बताया कि लोकसभा के सभी सांसद सेंट्रल हॉल में ही बैठ सकते हैं, और सभी सांसदों के लिए आरोग्य सेतु एप ज़रूरी होगा। साथ ही यह भी बताया कि राज्यसभा सांसद लोकसभा और राज्यसभा में बैठ सकते हैं। साथ ही सैनिटाइजेशन की व्यवस्था मौजूद रहेगी, वही सांसदों के स्टाफ को संसद भवन में आने की अनुमति नहीं दी गई है। सितंबर में होने वाले मानसून सत्र में बलवान घाटी और भारत-चीन का मुद्दा सबसे अहम हो सकता है। साथ ही सुनने में यह भी आया है की विपक्षी दल सरकार से श्वेत पत्र की भी मांग सकते हैं।
11 अध्यादेश पास करना चुनौती
बता दें कि विपक्ष के कुछ सांसद विपक्ष के कुछ सांसद इस बार वर्चुअल तरीके से सांसद चलाने की मांग कर रहे हैं हालांकि यह देखना दिलचस्प होगा की 11 अध्यादेश मोदी सरकार कैसे पास करवाती है। दरअसल केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच काफी वक़्त से तकरार जारी है, कांग्रेस सरकार लगातार चीन के मामले पर मोदी सरकार को घेरे हुए हैं।
वहीं अध्यादेश जारी होने के ठीक 6 महीने के अंदर सांसद के पास जाना बहुत आवश्यक हो जाता है, वरना अध्यादेश निरस्त मान लिया जाता है। मोदी सरकार को अपने कई अध्यादेश पास करवाने जरूरी है।