हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी व्रत 7 अगस्त, शुक्रवार को मनाया जाएगा। भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को होने वाले संकष्टी चतुर्थी व्रत को हेरम्ब व्रत कहा जाता है। इस दिन लोग शुभता और खुशहाली का घर में वास करवाने के लिए गौरी पुत्र गणेश की आराधना करते हैं। संकष्टी चतुर्थी व्रत अत्यंत फलदायक है। संकटहर्ता भगवान श्री गणेश से संकटों से मुक्त करवाने की कामना के साथ यह व्रत किया जाता है। संकष्टी चतुर्थी की इस रिपोर्ट में जानिए ऐसे मंत्र जिनके जाप से आप भगवान गणेश को प्रसन्न कर अपनी मनोकामनाएं पूरी करवा सकते हैं –
भगवान गणेश का बीज मंत्र गं हैं।
गणेश तांत्रिक मंत्र
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश।
ग्लौम गणपति, ऋदि्ध पति, सिदि्ध पति। मेरे कर दूर क्लेश।
गणेश कुबेर मंत्र
ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।
गायत्री गणेश मंत्र
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।
षडाक्षर मंत्र
ॐ वक्रतुंडाय हुम्
उच्छिष्ट गणपति का मंत्र
ॐ हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा
कलह निवारण मंत्र
गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:
लक्ष्मी विनायक मंत्र
ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।
विवाह हेतु मंत्र
ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।
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