आदिवासी वोट बैंक के लिए करोड़ो का आयोजन
आदिवासियों के लिए सबसे बड़ा आयोजन
भंवरकुआ चौराहा अब टंट्या मामा चौराहा हुआ
(इन्दौर) टंट्या मामा भील का बलिदान दिवस रविवार 4 दिसम्बर को हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा हैं जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इंदौर के भंवरकुआं चौराहे पर टंट्या मामा की प्रतिमा का अनावरण किया।
भंवरकुआं चौराहे का नाम बदलकर टंट्या मामा करने की घोषणा की,सीएम ने बिना किसी का नाम लिए तंज कसते हुए कहा कि अब तक एक ही परिवार का नाम चल रहा था लेकिन अब समय आ गया हैं बदलाव का अब लोग भंवरकुआं को टंट्या मामा के नाम से जानेगें।सीएम शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में लव जिहाद नहीं चलने देंगे जरुरत पड़ी तो और कड़ा कानून लाएंगे।
नेहरु स्टेडियम में होने वाले कार्यक्रम में राज्यपाल सहित अन्य मंत्री मौजूद रहें,यहां सीएम ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मंच पर बैठे अतिथियों को फूल मालाएं न दें ये सभी टट्या मामा के चरणों में समर्पित करें
सीएम शिवराजसिंह ने प्रदेश के 30 आदिवासी को बहुल जिलों से इन्दौर लाने के लिए करीब ढाई हजार बसो का इंतजाम किया गया,साथ ही उन्हें भोजन की व्यवस्था की गई