सीएम योगी की खनन अधिकारियों के साथ बैठक
‘मोरम, गिट्टी आदि की कीमतों में न हो अनावश्यक वृद्धि’
‘कालाबाजारी करने वालों पर हो सख्त कार्रवाई’
लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज राजधानी लखनऊ में खनन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान सीएम योगी ने खनन कार्यों से होने वाले राजस्व को लेकर तय लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए तो वहीं कालाबाजारी करने वालों पर भी सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए। बालू, मोरम, गिट्टी जैसे उपखनिजों का आम आदमी से सीधा जुड़ाव है। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में उप खनिजों की कीमतों में भी अनावश्यक बढ़ोतरी नहीं होनी चाहिए। विभिन्न विकास परियोजनाएं भी इससे प्रभावित होती है। ऐसे में उपखनिजों का कृत्रिम अभाव पैदा करने वाले कालाबाजारियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाए। फॉस्फोराइट, पोटाश, स्वर्ण धातु अयस्क, प्लेटिनम समूह के अयस्क, लौह अयस्क, एंडालूसाइट और सिलिमाइट जैसे उर्वरक खनिज, बहुमूल्य धातुओं, लौह धातु और रिफ्रैक्ट्री खनिजों के सम्बंध में निविदा की प्रक्रिया यथाशीघ्र पूरी कर ली जाए।
यह भी पढ़ें: ज्ञानवापी मस्जिद मामले में अगली सुनवाई 14 को, परिसर हिंदुओं को सौंपने समेत तीन याचिकाओं पर हुई सुनवाई
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बालू व मौरंग के खनन पट्टों में आनलाइन अग्रिम मासिक किस्त के स्थान पर महीने के अंत तक पूरी किस्त जमा करने का समय दिया जाना चाहिए। इससे पट्टाधारकों को सहूलियत होगी। खनन कार्यों के संबंध में अंतरराज्यीय परिवहन के लिए विनियमन शुल्क की दर में वृद्धि पर विचार किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि रायल्टी की दरें भी वर्ष 2016 से प्रभावी हैं, इन्हें पुनरीक्षित करने पर विचार करें। इस संबंध में सभी स्टेकहोल्डर की राय भी ली जाए।
वहीं सीएम ने कहा कि सरकार के सतत प्रयासों से प्रदेश में खनन संबंधी कार्यों में पारदर्शिता आई है। आमजन हों या पट्टाधारक अथवा ट्रांसपोर्टर, सभी की सुविधा का ध्यान रखते हुए अनेक अभिनव प्रयास किए गए है। खनन कार्य से जुड़े सभी हितधारकों के लिए पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित हो। यह सुनिश्चित करें कि खनिजों/उप खनिजों के मूल्य नियंत्रण में रहे। लगातार प्रयासों से वित्तीय वर्ष 2022-23 में गत वर्ष की तुलना में माह जून तक 168 करोड़ अधिक राजस्व की प्राप्ति हुई है। यह प्रगति संतोषजनक है। चालू वित्तीय वर्ष के लिए खनन कार्यों से ₹4,860 करोड़ राजस्व संग्रह का लक्ष्य है। इसके अनुसार आवश्यक प्रयास किए जाएं।
यह भी पढ़ें: तेलंगाना में बाढ़ के पानी में डूबी स्कूल बस, 30 छात्रों को लोगों ने सुरक्षित निकाला