कंडोम का इस्तेमाल संतति नियमन के लिए किया जाता है
यौन जीवन के लिए शायद ही कंडोम से बेहतर कोई साधन है
कंडोम के नुकसान के बारे में जानें
Lifestyle News: आम तौर पर कंडोम का प्रयोग अनचाहे गर्भ और यौनरोगों से बचने के लिए किया जाता है लेकिन ताजा सर्वेक्षण में पता चला कि कंडोम के भी साइड इफेक्ट होते हैं। हाल ही में इस विषय पर लंदन में एक हेल्थ सेमिनार हुआ जहां पर कंडोम से होने वाली परेशानी पर चर्चा की गई।
आइए जानते हैं क्या है इसके नुकसान
- कंडोम को लगाना मूड खराब करने वाला माना जाता है, क्योंकि इसको लगाने के लिए रुकने से मूड बर्बाद हो जाता है और उत्तेजना भी पहले जैसी नहीं रहती है. यह यौन क्रियाओं के क्रम को तोड़कर सेक्स से पूर्व की क्रिया (फोरप्ले) और सेक्स में दखल देता है. पुरुष कंडोम गलत तरीके से उपयोग किए जाने पर निकल या फट सकते हैं.
- कई पुरुष शिकायत करते हैं कि कंडोम को लगाने के बाद वे लिंग में उत्तेजना बरक़रार नहीं कर पाते हैं. इस प्रकार की असुविधा आम तौर पर सामान्य-मोटाई वाले कंडोम में अनुभव की जाती है. अल्ट्रा थिन कंडोम का उपयोग करके देखना चाहिए, जो समान सुरक्षा प्रदान करता है.
- लेटेक्स से एलर्जी कंडोम के इस्तेमाल की एक और सीमा है. लेटेक्स कंडोम के रसायनों के प्रति संवेदनशील लोगों को पॉलीयुरेथेन के बने कंडोम का उपयोग करना चाहिए. इसके अलावा, तेल आधारित लुब्रिकेंट्स (हाइपोएलर्जेनिक कंडोम), जैसे – शरीर पर इस्तेमाल किये जाने वाले तेल या लोशन, कभी भी लेटेक्स कंडोम के साथ प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए. तेल मिनटों में ही लेटेक्स को घोल सकते हैं और कंडोम को नुकसान पंहुचा सकते हैं.
- कंडोम घर्षण को बढ़ाता है और कभी-कभी बहुत अधिक घर्षण के लिए जिम्मेदार होता है. बहुत अधिक घर्षण लिंग के प्रवेश को मुश्किल बना देता है।