कांग्रेस की तेलंगाना यूनिट में छिड़ा घमासान
13 सदस्यों ने दिया सामूहिक इस्तीफा
इस्तीफा देने वालों में कई बड़े चेहरे शामिल
नेशनल डेस्क: कांग्रेस की तेलंगाना यूनिट में घमासान छिड़ गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी की कार्यप्रणाली और वरिष्ठ नेताओं की बयानबाजी से नाराज होकर पीसीसी के 13 सदस्यों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। इन 13 सदस्यों में कांग्रेस विधायक डी. अनसूया (सीतक्का) और पूर्व विधायक वी. नरेंद्र रेड्डी भी शामिल हैं।
टीडीपी से आने वाले नेताओं को लेकर नाराजगी
तेलंगाना में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के खिलाफ पार्टी नेताओं में काफी दिनों से गुस्सा दिखता रहा है। पूर्व में भी पार्टी के कई नेता उनके खिलाफ आवाज उठा चुके हैं। अब पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बयानबाजी के खिलाफ एक बार फिर गुस्सा भड़क गया है। आंध्र प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम और पार्टी के वरिष्ठ नेता दामोदर राज नरसिंह ने इस बात को लेकर गहरी आपत्ति जताई है कि दूसरे दलों से आने वाले नेताओं को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। उनका इशारा साफ तौर पर टीडीपी नेताओं की ओर था। पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता उत्तम कुमार ने कहा कि हालत यह हो गई है कि पीसीसी के 50 फ़ीसदी से अधिक सदस्य पूर्व में टीडीपी से जुड़े हुए थे।
इस्तीफा देने वालों में कई बड़े चेहरे
प्रदेश कांग्रेस में चल रही अंतर्कलह और खींचतान के कारण पीसीसी के 13 सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने वालों में कांग्रेस विधायक डी अनसूया और पूर्व विधायक वी नरेंद्र रेड्डी भी शामिल है। इन नेताओं को राज्य कांग्रेस के बड़े चेहरों में गिना जाता है।
प्रदेश अध्यक्ष से नाराज हैं नेता
आंध्र प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दामोदर राजनरसिंह ने जब यह टिप्पणी की तब कांग्रेस विधायक दल के नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क, लोकसभा सदस्य एन. उत्तम कुमार रेड्डी, पूर्व सांसद मधु यशकी गौड़ और पार्टी विधायक टी जयप्रकाश रेड्डी भी उनके साथ मौजूद थे। ये नेता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद ए. रेवंत रेड्डी से नाराज हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने अंतर्कलह को लेकर पत्रकारों के सवालों का प्रत्यक्ष रूप से जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान इन सभी मुद्दों पर गौर करेंगे। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के निर्देशानुसार गांव से लेकर राज्य स्तर तक के नेता 26 जनवरी को तेलंगाना में पदयात्रा निकालकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार की नाकामियों को उजागर करेंगे।