देश को मिला 50 वां मुख्य न्यायाधीश
धनंजय चंद्रचूड़ ने ली शपथ
चंद्रचूड़ दे चुके हैं कई अहम फैसले
नेशनल डेस्क:- स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में सर्वोच्च न्यायालय(Supreme Court) को अपना 50वां मुख्य न्यायाधीश मिल गया है।न्यायमूर्ति धनंजय यशवंत चंद्रचूड़(Justice Dhananjay Yashwant Chandrachud) ने भारत के 50 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu)ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में जस्टिस चंद्रचूड़ को पद की शपथ दिलाई। इससे पहले न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ के पिता, वाईवी चंद्रचूड़(YV Chandrachud) भी देश के मुख्य न्यायाधीश थे। उन्होंने सर्वाधिक 7 वर्षों तक देश के मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाला था। वो किसी भी मुख्य न्यायधीश का सबसे लंबा कार्यकाल है।
शपथ ग्रहण के बाद बोले सीजेआई
शपथ ग्रहण समारोह के बाद अपने पहले बयान में CJI चंद्रचूड़ ने रजिस्ट्री और न्यायिक प्रक्रियाओं(Registry and judicial procedures) में सुधार का वादा करते हुए कहा कि आम नागरिक की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनके शब्दों से ज्यादा उनका काम बोलेगा। उन्होंने रजिस्ट्री और न्यायिक प्रक्रियाओं में सुधार का भी वादा किया।इस दौरान उन्होंने कहा कि “राष्ट्र की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है। हम भारत के सभी नागरिकों की रक्षा करेंगे, चाहे वह टेक्नोलॉजी या रजिस्ट्री सुधारों, या न्यायिक सुधारों से जुड़े मामले में हो।” भारत के मुख्य न्यायाधीश का पद संभालने के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi)की प्रतिमा को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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चंद्रचूड़ ने दिए कई अहम फैसले
न्यायमूर्ति डी. वाई. चंद्रचूड़ अयोध्या विवाद,(Ayodhya controversy,) निजता का अधिकार (right to privacy)जैसे अहम मुकदमों में फैसले देने वाली पीठ का हिस्सा रहे हैं। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ देश में सबसे लंबे समय तक सीजेआई रहे न्यायमूर्ति वाई. वी. चंद्रचूड़ के बेटे हैं। उनके पिता 22 फरवरी 1978 से 11 जुलाई 1985 तक भारतीय न्यायपालिका के प्रधान रहे थे। भारत के सर्वोच्च न्यायालय के सात दशक से अधिक लंबे इतिहास में यह पहला मौका है जब एक पूर्व प्रधान न्यायाधीश(former chief justice) के बेटे इस पद पर आसीन हुए।न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 तक दो साल के लिए इस पद पर रहेंगे। उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश 65 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं।