भारत आज अपने गणतंत्र बनने का 74वां रिपब्लिक डे मनाने जा रहा है
मिस्र के राष्ट्रपति होंगे मुख्य अतिथि
21 तोपों की सलामी में दिखेगी आत्मनिर्भरता
(नेशनल डेस्क) भारत आज अपने गणतंत्र बनने का 74वां रिपब्लिक डे मनाने जा रहा है. आज पूरी दुनिया दिल्ली के कर्तव्य पथ पर भारत की आन-बान-शान देखेगी. राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी मुख्य अतिथि होंगे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कर्तव्य पथ से गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्र का नेतृत्व करेंगी, साथ ही परेड की सलामी लेंगी. द्रौपदी मुर्मू के लिए बतौर राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्र का नेतृत्व करने का यह पहला अवसर होगा. सप्ताहभर चलने वाले गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत 23 जनवरी को महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के साथ हो गई थी. इस समारोह का समापन 30 जनवरी को होगा, जिसे शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है.
यह पहला ऐसा मौका होगा, जब बीएसएफ की पहली महिला टुकड़ी कर्तव्य पथ पर ऊंट की सवारी करती हुई नजर आएंगी। बता दें कि बीएसएफ का ऊंट का दस्ता 1976 से गणतंत्र दिवस के परेड समारोह में हिस्सा ले रहा है। बीएसएफ की पहली महिला टुकड़ी ऊंट की सवारी करते हुए अपने पुरुष सुरक्षाबलों के साथ कदमताल करेगी।खास बात है कि हाल ही में महिला सुरक्षा बल ऊंट सवार दस्ते का हिस्सा बनी है। बीएसफ के ऊंट दस्ते की इन महिला बलों की शाही पोशाक होगी। इनकी पोशाक प्रसिद्ध डिजाइनर राघवेंद्र राठौर द्वारा डिजाइन की गई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक समारोह के दौरान सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में काम करने वाले मजदूरों को भी सम्मानित किया जाएगा. साथ ही परेड के दौरान महिला शक्ति का भी प्रदर्शन देखने को मिलेगा. भारतीय वायु सेना के मार्चिंग दल का नेतृत्व इस बार स्क्वाड्रन लीडर सिंधु रेड्डी करेंगी. इसके अलावा भी कई मार्चिंग दस्तों में सिर्फ महिलाएं होंगी. इसके अलावा भी एक ख़ास बात और यह है कि परेड में सेना के अलावा डीआरडीओ और पूर्व सैनिकों की झांकी भी शामिल की जा रही है.
दिल्ली में गणतंत्र दिवस से पहले किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि पुलिस ने नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों की रोकथाम के लिए जांच तेज़ कर दी है और सत्यापन अभियान के साथ ही गश्त बढ़ा दी है. अधिकारियों ने बताया कि लगभग छह हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है और समारोह में आने वालों के लिए नयी दिल्ली जिले में कुल 24 हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं. पुलिस ने बताया कि बम निरोधक दस्ता और श्वान दल बाजारों, भीड़-भाड़ वाले इलाकों और अन्य अहम क्षेत्रों में जांच कर रहे हैं.
इस बार रक्षा में बढ़ती ‘आत्मनिर्भरता’ को दर्शाने के लिए 21 तोपों की सलामी 105 एमएम की भारतीय फील्ड गन से दी जाएगी, जो पुरानी 25-पाउंडर बंदूक की जगह लेंगी. 105 हेलीकॉप्टर यूनिट के चार एमआई-17 1वी/वी5 हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ पर बैठे दर्शकों पर फूल बरसाएंगे. परेड की शुरुआत राष्ट्रपति की सलामी लेने के साथ होगी.
राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, मंत्रालयों और विभागों की 23 झांकियां कर्तव्य पथ पर दिखेंगी, जिनमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 17 और विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की छह झांकियां शामिल होंगी. ये झांकियां देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक प्रगति और मजबूत आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को दर्शाएंगी.