बूढ़ी राप्ती नदी पर बना बांध टूटा
करीब 200 गांव हुए जलमग्न
बांध के टूटने की पहले से ही जताई जा रही थी आशंका
यूपी डेस्क: पिछले कई दिनों से यूपी में हो रही बारिश के कारण कई नदियां उफान पर है, जिसके कारण कई गांवों को बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, इसी बीच सिद्धार्थनगर जिले के इटवा में बूढ़ी राप्ती नदी पर बने बांध के टूट गया है। जिले के कई गांव पहले से ही बाढ़ से प्रभावित हैं। इस तटबंध के टूटने के बाद नए इलाकों में पानी प्रवेश कर गया है।
बांध के टूट जाने से करीब 200 गांव हुए जलमग्न
दरअसल, बूढ़ी राप्ती नदी पर बने बांध के टूटने की आशंका पहले से ही जताई जा रही थी। क्योंकि पिछले दिनों राप्ती नदी का पानी बूढ़ी राप्ती नदी में प्रवेश करने लगा था। इससे राप्ती के साथ – साथ बूढ़ी राप्ती का भी जलस्तर बढ़ने लगा। इटवा स्थित बूढ़ी राप्ती नदी पर बने बांध के टूट जाने से करीब दो सौ गांव जलमग्न हो चुके हैं। बूढ़ी राप्ती नदी में आई बाढ़ सिद्धार्थनगर और पड़ोसी बलरामपुर जिले में कहर बरपा रही है।
बाढ़ की चपेट में यूपी के 18 जिले
राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रदेश के 18 जिलों के 1370 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं, जिनमें बलरामपुर के सबसे अधिक 287 गांव शामिल हैं। इसके अलावा सिद्धार्थनगर में 129, गोरखपुर में 120, श्रावस्ती में 114, गोंडा में 110, बहराइच में 102, लखीमपुर खीरी में 86 और बाराबंकी में 82 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। जानकारी के लिए बता दें कि इसमें बूढ़ी राप्ती नदी पर बने बांध के टूटने के बाद सिद्धार्थनगर जिले में आई तबाही के ताजा आंकड़े शामिल नहीं हैं।
बता दें कि यूपी में बीते सप्ताह हुई भीषण भारी बारिश के कारण प्रदेश की कई नदियां उफान पर हैं। वहीं, नेपाल में भारी बारिश के कारण भी नदियों का जलस्तर और तटबंधों पर दवाब बढ़ा है। शारदा, घाघरा, गंगा, बूढ़ी राप्ती, राप्ती, रोहिन और घाघरा नदी खतरे के निशाने से ऊपर बर रही है।