• कल से शुरू वैष्णो देवी यात्रा
• दो हज़ार लोगो ही होंगे शामिल
• साथ रखनी होगी निगेटिव रिपोर्ट
नेशनल डेस्क: वैष्णो देवी यात्रा कल 16 अगस्त से शुरू होगी। इस यात्रा की शुरुआत में केवल दो हजार तीर्थयात्री शामिल होंगे। दरासल आठ पुजारियों और 11 श्राइन बोर्ड कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद इसकी एसओपी में बदलाव किया गया है। कोरोना के कारण यात्रा 5 महीने बाद से बन्द थी।
बता दे की पहले पांच हजार लोगों को शामिल करने का प्रावधान किया गया था। लेकिन महामारी की वजह से इसे दो हज़ार करना पड़ा। वैष्णो देवी यात्रा के लिए 2000 लोगो मे से 1900 जम्मू-कश्मीर के और अन्य राज्यों से 100 लोग शामिल हो सकेंगे।
वैष्णो देवी यात्रा के लिए ऐसे करना है पंजीकरण
वैष्णो देवी यात्रा 18 मार्च से बंद है। पाँच महिनो बाद दोबारा इस यात्रा पर जाने के लिए पंजीकरण ऑनलाइन करवाना होगा। इसी के साथ जम्मू-कश्मीर के रेड जोन जिलों और दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोगो को अपनी कोरोना निगेटिव होने की रिपोर्ट लानी होगी। यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के लिए फेस कवर, मास्क पहनना अनिवार्य होगा और सभी की स्कैनिंग की जाएगी।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि यात्रा को आसान बनाने के लिए बैटरी यात्री रोपवे,वाहन और हेलिकॉप्टर सेवाओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करके चलाया जाएगा। भक्तों की सुविधा के लिए क्लॉक रूम खुलेगा जबकि कंबल स्टोर बंद रहेंगे। कोरोना का संक्रमण ना फैसले इसे देखते हुए,भीड़ से बचने के लिए अटका आरती और विशेष पूजा में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
60 वर्ष के अधिक और 10 वर्ष से कम उम्र के लोगों गर्भवतियों और बीमारों को यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। वहीं इस बार यात्रा मे घोड़ा, पिट्ठू और पालकी को शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है।