नई दिल्ली:दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में मंजीत सिंह जीके गुट के बाहर होने के बावजूद सबकुछ ठीक ठाक नहीं है। इसका ताजा उदाहरण बुधवार को गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व को बड़े स्तर पर मनाने को लेकर बुलाई गई विचार गोष्ठी में देखने को मिला, जिसमें कमेटी सदस्य, अकाली दल के वरिष्ठ नेता एवं सांसद नदारद रहे। यहां तक की मंजीत सिंह जीके के करीबियों ने भी कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। कार्यक्रम कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका एवं महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा की देखरेख में आयोजित किया गया। लेकिन, कार्यक्रम का हिस्सा बनाए गए हरिंदर पाल सिंह, कमेटी के मुख्य सलाहकार कुलवंत सिंह बाठ दिल्ली में रहते हुए इस बड़े आयोजन का बहिष्कार किया। हालांकि, दोनों सदस्यों का अपना-अपना तर्क है। कुलवंत सिंह बाठ कहते हैं कि वह निजी जरूरी कार्यों के चलते कांक्लेव में नहीं पहुंच सके, जबकि हरिंदर पाल सिंह ने कहा कि जरूरी मीटिंग में बिजी थे, इसलिए वह कांस्टीटशनल क्लब में नहीं पहुंच सके। उन्होंने कहा कि बाहर के लोगों को बुलाने की बजाय पहले अपने लोगों को गुरुनानक का ज्ञान दे लें। गुरुनानक के बारे में बता सकें। बाहर के लोग जो सलाह दे रहे हैं, वह सिर्फ अपनी दुकान चला रहे हैं। इन दुकानदारों एडवाइजरों से बचने की सख्त जरूरत है। लिहाजा, दिल्ली कमेटी को तुरंत इस ओर ध्यान देना चाहिए। नाराज हरिंदर पाल सिंह ने कहा कि कमेटी प्रबंधकों ने इन दुकानदार एडवाइजरों पर लाखों रुपये खर्च कर रही है। उन्हें बाकायदा कमेटी में कार्यालय एवं सभी सुविधाएं दे रही है, जबकि कमेटी लाखों रुपये के घाटे में चल रही है।
इसके अलावा पार्टी के सांसद एवं दिल्ली के प्रभारी बलविंदर सिंह भूदड़ एवं प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा दिल्ली में रहते हुए कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। सूत्रों के मुताबिक कमेटी नेता इसलिए नाराज थे, कि आयोजकों ने उनसे सलाह नहीं लिया और मनमर्जी से आयोजन कर रहे हैं। आज यह कार्यक्रम बड़े हाल में जो किया गया, उसे गुरुद्वारा के अपने हाल में किया जा सकता था। इससे पैसे की बरबादी बचाई जा सकती है।
श्री गुरू नानक का संदेश हर धर्म तक पहुंचाएंगे
श्री गुरू नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व को बड़े स्तर पर मनाने के लिए बुधवार को प्रमुख सिख हस्तियों, विद्धानों, एवं कमेटी सदस्य की मौजूदगी में विचार गोष्टी आयोजित हुई। कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका एवं कमेटी के महासचिव मनजिन्दर सिंह सिरसा ने बताया कि हम प्रबुद्ध बुद्धिजीवियों से दिशानिर्देश लेकर इस 550वें प्रकाश पर्व को मनाते हुए श्री गुरू नानक देव के संदेश एवं फलसफे को हर धर्म के लोगों तक पहुंचा सके। इन विद्धानों द्वारा जो भी सुझाव दिये जायेंगे उन पर अमल करते हुए इस संबंधी रूप रेखा तैयार कर उसकी जानकारी भी देंगे। इस मौके पर अल्प संख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन त्रिलोचन सिंह, पंजाबी युनिवर्सिटी पटियाला के पूर्व वाईस चांसलर डा. जसपाल सिंह, भाई वीर सिंह सहित्य सदन के चेयरमैन डा. महिन्दर सिंह, पदमश्री विक्रमजीत सिंह साहनी, एच.एस. हंसपाल, के.एस. बैस, तरजिन्दर सिंह सोनी, प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे। इन विद्धानों ने दिल्ली कमेटी को कहा कि हमें सबसे पहले बड़े स्तर पर गुरू नानक नाम लेने वाले संगतों को अपने साथ जोडऩा चाहिये तभी हम इस शताब्दी प्रोग्रामों की जानकारी हर धर्म के लोगों तक पहुंचा सकेंगे।