नक्सली हमले में तीन जवान शहीद
हाथरस का एक लाल नक्सलियों के हमलें में शहीद हो गया… सिकंदराराऊ तहसील क्षेत्र के गांव लालगढ़ी के लाल शिशुपाल सिंह नक्सली ओडिशा में हुए नक्सली हमले में शहीद हो गए. शिवराज सिंह के पुत्र शिशु पाल सिंह जी 1994 में सीआरपीएफ में भर्ती हुई थे. शहिद जवान शिशुपाल सीआरपीएफ में एएसआई के पद पर तैनात थे. वहीं उनके साथ दो अन्य जवान भी इस नक्सली हमले में शहीद हुए हैं. शिशुपाल की शहादत की खबर सुनकर उनके गांव में मातम फैल गया है.
घात लगाकर किया गया हमला
जानकारी के मुताबिक, लालगढ़ी गांव में रहने वाले शिशुपाल सिंह सीआरपीएफ यूनिट में एएसआई के पद पर तैनात थे. उनकी नियुक्ति ओडिशा के मसदिनी जिला के नुआपाड़ा में थी. सीआरपीएफ की टुकड़ी रोज़ाना की तरह गश्त पर थी, तभी नक्सलियों ने उनकी टुकड़ी पर घात लगाकर हमला कर दिया. नक्सलियों द्वारा किए गए घातक हमले में एएसआई शिशुपाल सहित सीआरपीएफ के तीन जवान शहीद हो गए.
देसी बैरल ग्रेनेड लॉन्चर का इस्तेमाल
वहीं ओडिशा के पुलिस महानिदेशक एसके बंसल ने इस हमले की जानकारी देते हुए बताया कि सैनिकों पर उस समय हमला हुआ जब वे सड़क खोलने के अभियान में लगे हुए थे. उन्होंने कहा कि, ऐसा संदेह है कि नक्सलियों को सुरक्षा बलों की गतिविधियों के बारे में पहले से सूचना थी. उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने देसी बैरल ग्रेनेड लॉन्चर का इस्तेमाल करके जवानों पर हमला किया. हालांकि सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए नक्सलियों को भागने पर मजबूर कर दिया.
नक्सली हमले में मारे गए शिशुपाल के शहीद होने की खबर से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है. वहीं शहीद जवान शिशुपाल के पार्थिव शरीर को सीआरपीएफ की कंपनी दोपहर 2:00 बजे के करीब गांव लेकर पहुंची. जिला प्रशासन को जानकारी मिलने के बाद प्रशासन के अधिकारी भी गांव में पहुंच गए और शाहिद के पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई दी.