हथियार खरीदने के मामले में भारत नंबर वन
यूक्रेन 2022 में हथियारों की खरीदी में तीसरे नंबर पर रहा है
पांच साल में खरीदे एक लाख करोड़ रुपए के हथियार
नेशनल डेस्क: भारत विदेशों से हथियारों की खरीदी के मामले में टॉप पर बना हुआ है। पिछले कुछ सालों की तुलना में हथियार खरीदी में गिरावट जरूर देखने को मिली है फिर भी शीर्ष पर बना हुआ है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की एक रिपोर्ट में सोमवार को यह दावा किया। वहीं, रूस से जंग लड़ रहा यूक्रेन 2022 में हथियारों की खरीदी में तीसरे नंबर पर रहा है।
भारत दुनिया का शीर्ष हथियार आयातक बना हुआ है, हालांकि वर्ष 2013-17 और 2018-22 के बीच इसके आयात में 11 प्रतिशत की गिरावट आई है। स्टॉकहोम स्थित थिंक टैंक ‘सिपरी’ द्वारा सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। रिपोर्ट में कहा गया कि रूसी हमले के बाद अमेरिका और यूरोप से मिली सैन्य सहायता के बाद यूक्रेन पिछले साल दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हथियार आयातक बन गया।
‘सिपरी’ से जुड़े वरिष्ठ अध्ययनकर्ता पीटर वेजेमेन ने कहा कि एक तरफ जहां पिछले साल हथियारों के आयात में गिरावट दर्ज की गई, वहीं रूस से बढ़ते तनाव के चलते यूरोपीय देशों में हथियार खरीद में तेजी देखी गई। रिपोर्ट में कहा गया, भारत के हथियार आयात में गिरावट का संबंध जटिल खरीद प्रक्रिया, शस्त्र आपूर्तिकर्ताओं में विविधता लाना और आयात के स्थान पर घरेलू डिजाइन को तरजीह देने से है।
सिप्री के आंकड़े के मुताबिक रूस अभी भी भारत का सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता देश बना हुआ है। फ्रांस और अमेरिका के साथ व्यापक प्रतिस्पर्द्धा के कारण रूस के मार्केट शेयर में गिरावट आई है। भारत ने यूक्रेन युद्ध को देखते हुए स्वदेशी रास्ते से हथियारों की खरीद पर ज्यादा फोकस कर लिया है। साल 2018 से 2022 के बीच में शीर्ष 5 हथियार आयातकर्ता देशों में क्रमश: भारत, सऊदी अरब, कतर, ऑस्ट्रेलिया और चीन शामिल हैं। इन पांच देशों ने दुनिया के कुल हथियार आयात में 36 फीसदी का योगदान दिया।