भारत ने उठाया बड़ा कदम
SCO बैठक में भारत ने पाकिस्तान को भेजा न्योता
गोवा में होने वाली है विदेश मंत्रियों की अहम बैठक
National Desk: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ओर से भारत के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाए जाने के बाद भारत की ओर से शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की गोवा में होने वाली बैठक में पाकिस्तान को न्योता भेजा गया है। शहबाज शरीफ ने पिछले दिनों भारत के साथ तीन युद्धों से सबक सीखने और भविष्य में भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध बनाने का बड़ा बयान दिया था।
इसके बाद भारत की ओर से बड़ा कदम उठाते हुए गोवा में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को आमंत्रण भेजा गया है। इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के माध्यम से भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की ओर से यह आमंत्रण भेजा गया है।
भारत ने उठाया बड़ा कदम
अगर पाकिस्तान की ओर से गोवा में होने वाली इस महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लेने का फैसला किया जाता है तो पिछले 12 वर्षों के दौरान यह पहला मौका होगा जब पाकिस्तान का कोई मंत्री भारत के दौरे पर आएगा। इससे पूर्व जुलाई 2011 में पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खान ने भारत का दौरा किया था। खान के इस दौरे के बाद दोनों देशों के रिश्तों में बड़ा तनाव पैदा हो गया था और किसी पाकिस्तानी मंत्री ने पिछले 12 वर्षों के दौरान भारत की यात्रा नहीं की है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत पाकिस्तान से आतंकवाद और हिंसा का रास्ता छोड़कर बातचीत के जरिए द्विपक्षीय मुद्दों को सुलझाने पर जोर देता रहा है। अखबार से बातचीत में एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि पड़ोसी पहले की नीति को बनाते हुए भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य रिश्ते बनाना चाहता है। भारत का हमेशा से यह मानना रहा है कि अगर दोनों देशों के बीच कुछ मुद्दे हैं तो उन्हें आतंकवाद व हिंसा का रास्ता छोड़ते हुए शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाना चाहिए।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर समझौता नहीं करेगा भारत
वैसे भारत की ओर से पाकिस्तान को यह बात पूरी तरह स्पष्ट कर दी गई है कि भारत राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े किसी भी मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगा। भारत की सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता को कमजोर करने की सभी कोशिशों के खिलाफ भारत भविष्य में भी मजबूत कदम उठाता रहेगा। भारत का मानना है कि ऐसे में अनुकूल माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने आखिरी बार 2011 में भारत की यात्रा की थी जबकि भारत की तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 2015 में इस्लामाबाद में आयोजित हार्ट ऑफ एशिया कांफ्रेंस में हिस्सा लिया था। उसके बाद दोनों देशों के रिश्तों में लगातार तनाव पैदा होता गया। 2016 में पठानकोट और उरी और 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमलों के बाद दोनों देशों के रिश्ते काफी तनावपूर्ण हो गए थे। कश्मीर में हो रही आतंकी घटनाओं के पीछे अभी भी पाकिस्तान का ही हाथ माना जा रहा है। ऐसे में भारत की ओर से की गई पहल पर पाकिस्तान के जवाब का इंतजार किया जा रहा है।