- महिलाओं को बढ़ावा देने के नौसेना ने लिया अगला कदम
- अब युद्धपोत भी नहीं रहा महिलाओं के पहुँच से अछूता
- भारतीय नौसेना और देश के लिए ऐतिहासिक पल
नेशनल डेस्क : भारतीय नौसेना में लिंग-समानता को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। नौसेना के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब वॉरशिप पर दो महिला अफसर तैनात होंगी। दो महिला अफसर सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह को हेलिकॉप्टर स्ट्रीम में ऑब्जर्वर (एयरबोर्न टैक्टिशियंस) के पद के लिए चुना गया है।
भारतीय वायुसेना में भी महिलाओं को लड़ाकू विमान उड़ाने का लिया गया था फैसला
बता दें कि भारतीय नौसेना में अब तक महिला अफसरों को केवल फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट तक सीमित रखा गया था।
इससे पहले भारतीय वायुसेना ने भी महिला लड़ाकू पायलट को राफेल विमानों की फ्लीट को ऑपरेट करने के लिए शॉर्टलिस्ट किया है।अंबाला में भारतीय वायुसेना के राफेल स्क्वॉड्रन को पहली महिला फाइटर पायलट जल्द मिल जाएगी। वायुसेना की 10 महिला फाइटर पायलट प्रशिक्षण से गुजर रही हैं। इनमें से एक 17 स्क्वाड्रन के साथ राफेल जेट उड़ाएगी। फिलहाल, यह पायलट एयरफोर्स का मिग-21 एयरक्राफ्ट उड़ाती हैं।
अफसरों को ‘विंग्स’ से किया गया सम्मानित
सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह समेत 17 अफसरों को सोमवार को ‘ऑब्जर्वर’ के रूप में स्नातक होने पर “विंग्स” से सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम कोच्चि में आईएनएस गरुड़ पर हुआ। इनमें 13 अफसर रेगुलर बैच से हैं और चार महिला महिला अफसर शॉर्ट सर्विस कमीशन से हैं। ये अफसर भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के समुद्री टोही जहाजों और पनडुब्बी-रोधी जंगी जहाजों में तैनात होंगे।
एडमिरल ने फैसले को बताया ऐतिहासिक
इस प्रोग्राम में रियर एडमिरल एंटनी जॉर्ज ने कहा था कि यह एक ऐतिहासिक अवसर है। इनमें पहली बार महिलाओं को हेलिकॉप्टर ऑपरेशन की ट्रेनिंग दी जा रही है। 91 वें रेगुलर कोर्स और 22 वें एसएससी ऑब्जर्वर कोर्स के अफसरों को एयर नेविगेशन, फ्लाइंग प्रोसिजर, एयर वॉरफेयर, एंटी-सबमरीन वॉरफेयर का प्रशिक्षण दिया गया।