- भारत में कोयले की मांग अभी और बढ़ने संभावना
- 2040 तथा इसके बाद भी ऊर्जा मिश्रण में महत्वपूर्ण भूमिका बनी रहेगी
- कोयले की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत तथा ऊर्जा उत्पादन में लगभग 73 प्रतिशत
नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को कहा कि भारत में कोयले की मांग अभी और बढ़ेगी और इसकी 2040 तथा इसके बाद भी ऊर्जा मिश्रण में महत्वपूर्ण भूमिका बनी रहेगी। केंद्रिय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि यही वजह है कि देश में कोयले का इस्तेमाल बंद करना निकट भविष्य में संभव नहीं हो पाएगा।
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कोयला मंत्रालय की संसदीय परामर्श समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जोशी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कोयले का इस्तेमाल बंद करने और ऊर्जा के वैकल्पिक साधनों को अपनाने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हालांकि भारत में कोयला ऊर्जा का किफायती स्रोत है और बढ़ती अर्थव्यवस्था की वजह से ऊर्जा की बढ़ती जरूरतों की पूर्ति करने में भी इसकी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत की 51 प्रतिशत से अधिक प्राथमिक ऊर्जा जरूरतों में कोयले की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत तथा ऊर्जा उत्पादन में लगभग 73 प्रतिशत है।
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