शनिदेव की मूर्ति पूजा कैसे करें
शनिवार को सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
नीले या काले रंगों का ही प्रयोग करना चाहिए.
शनिदेव : भगवान शनि के लिए शनिवार का दिन समर्पित होता है. यह दिन शनि देव की पूजा के लिए खास दिन होता है.ऐसा माना जाता है कि अगर किसी भी मनुष्य की कुंडली में शनि की साढ़े साती या महादशा चल रही है तो इस दिन उस व्यक्ति को पूजा-पाठ करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. लेकिन फिर भी शनिदेव की मूर्ति को घर में रखने पर पाबंदी है. तो आइए जानते है कि आखिर ऐसा क्या कारण है, कि जिसकी वजह से शनिदेव की मूर्ति को घर के मंदिर में नहीं रखा जाता.
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शास्त्रो में कुछ देवी- देवताओं की तस्वीर लगाना वर्जित माना गया है. इन्हीं में से शनिदेव की मूर्ति घर मे लगाने पर पाबंदी हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शनि देव को श्राप मिला था कि वह जिसे भी देखेंगे, उसका अनिष्ट यानी बुरा हो जाएगा. यही वजह है कि शनिदेव की दृष्टि सीधे तौर पर हमारे जीवन पर ना पड़े इसलिए शनिदेव की तस्वीर या मूर्ति को घर के मंदिर में रखना सही नहीं माना जाता.
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शनिदेव की मूर्ति पूजा कैसे करें
शनिवार के दिन पूजा के दौरान लाल रंग या लाल फूल का भी प्रयोग न करें क्योंकि लाल रंग मंगल का परिचायक है और मंगल शनि के शत्रु ग्रह हैं.
इस दिन नीले या काले रंगों का ही प्रयोग करना चाहिए.
शनि देव की पूजा में हमेशा लोहे के बर्तनों का प्रयोग करना चाहिए.
भूलकर भी शनि देव की पूजा में तांबे के बर्तनों का प्रयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि तांबा का संबंध सूर्यदेव से है और सूर्यपुत्र होने के बावजूद शनि देव सूर्य के परम शत्रु हैं.
पूजा करते समय कभी भी उनकी मूर्ति के सीधे सामने खड़े होकर उनके दर्शन नहीं करने चाहिए.
शनि देव के दर्शन हमेशा मूर्ति के दाएं या बाईं ओर खड़े होकर करना चाहिए.
मंदिर में पूजा करते वक्त शनि देव की आंखों में आंखें डालकर दर्शन नहीं करना चाहिए.
शनि देव की दृष्टि से बचने के लिए बेहतर है कि शनि देव की मूर्ति की बजाय उनके शिला रूप के दर्शन करें .
शनि की कृपा पाने के लिए पीपल के पेड़ की पूजा करें, शनिवार को सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
शनि देव को बहुत सावधानी से तेल अर्पित करे, इस बात का हमेशा ध्यान रखा जाता है कि तेल इधर-उधर ना गिरे या फिर उस तेल को गरीबों में दान करें.
शनि देव को खुश करने के लिए काले रंग की वस्तुओं का दान करें। इसमें आप काले कपड़े, चमड़े के जूते-चप्पल काले तिल, काली उड़द और सरसों का तेल आदि चीजों का दान कर सकते हैं.