कश्मीर फाइल्स को मिला बेस्ट फिल्म का पुरस्कार
जानें किसे कौन सा अवॉर्ड मिला
फिल्म साल की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में शुमार की गई
Dadasaheb Phalke Film Awards 2023. 1990 के दशक में कश्मीर घाटी में अल्पसंख्यक कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अत्याचार और उनके उत्पीड़न एवं पलायन पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स को बेस्ट फिल्म का पुरस्कार मिला है। सोमवार रात मुंबई में आयोजित दादा साहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में विवेक रंजन अग्निहोत्री की इस फिल्म को यह पुरस्कार मिला। कश्मीर फाइल्स पिछले साल 11 मार्च 2022 को रिलीज हुई थी और बॉक्स ऑफिस पर बंपर कमाई की थी। फिल्म साल की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में शुमार की गई।
फिल्म को बनाने वाले विवेक रंजन अग्निहोत्री ने ट्वीट कर दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड मिलने की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, यह पुरस्कार आतंकवाद के सभी पीड़ितों और भारत के सभी लोगों को आपके आशीर्वाद के लिए समर्पित है।
ANNOUNCEMENT:#TheKashmirFiles wins the ‘Best Film’ award at #DadaSahebPhalkeAwards2023.
“This award is dedicated to all the victims of terrorism and to all the people of India for your blessings.” pic.twitter.com/MdwikOiL44— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) February 21, 2023
किसे कौन सा अवॉर्ड मिला
- द कश्मीर फाइल्स – बेस्ट फिल्म
- आरआरआर – फिल्म ऑफ द ईयर
- अनुपमा – टीवी सीरीज ऑफ द ईयर
- रूद्र: द एज ऑफ डार्कनेस – सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज
- आलिया भट्ट – बेस्ट एक्ट्रेस (गंगूबाई काठियावाड़ी)
- रणबीर कपूर – बेस्ट एक्टर (ब्रह्मास्त्र)
- वरूण धवन – क्रिटिक्स बेस्ट एक्टर (भेड़िया)
- ऋषभ शेट्टी – बेस्ट प्रोमेसिंग एक्टर (कांतारा)
- अनुपम खेर – बेस्ट वर्सटाइल एक्टर (कश्मीर फाइल्स)
- रेखा – सिनेमा में उत्कृष्ट योगदार के लिए पुरस्कार
- सचेत टंडन – सर्वश्रेष्ठ पुरूष गायक (मैय्या मैनु)
- नीती मोहन – सर्वश्रेष्ठ महिला गायक (मेरी जान)
- हर्षद चोपड़ा – सर्वश्रेष्ठ अभिनेता
- तेजस्वी प्रकाश – सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (नागिन 6)
- जैन इमाम – सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (फना)
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार क्या है ?
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है। यह पुरस्कार किसी व्यक्ति विशेष को भारतीय सिनेमा में उसके आजीवन योगदान के लिए दिया जाता है। इसकी शुरूआत दादा साहेब फाल्के की जन्म शताब्दी पर साल 1969 में हुई थी। यह पुरस्कार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के लिए आयोजित समारोह में प्रदान किया जाता है।
वर्तमान में इस पुरस्कार के तहत 10 लाख नकद और एक स्वर्ण कमल दिए जाता है। दादा साहेब के ही नाम पर दादा साहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन प्रति वर्ष होता था, जिसमें साल की सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सीरीज और कलाकारों एवं गायकों को सम्मानित किया जाता है। दादा साहेब फाल्के को भारतीय सिनेमा जगत का पितामह माना जाता है, इसलिए उनके नाम पर यह प्रतिष्ठित अवॉर्ड दिए जाते हैं।
कौन थे दादा साहेब फाल्के ?
दादा साहेब फाल्के का जन्म 30 अप्रैल 1980 में एक मराठी परिवार में हुआ था। उनकी पढ़ाई – लिखाई नासिक में हुई थी। उनका असली नाम धुंडीराज गोविंद फाल्के था। उन्होंने सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई में नाटक और फोटोग्राफी की ट्रेनिंग ली थी। इसके बाद वे जर्मनी चले गए और फिल्मों को बनाना सीखा। जर्मनी से जब वे भारत लौटे तो देश की पहली साइलेंट फिल्म राजा हरिश्चंद्र बनाई और यहीं से बॉलीवुड की शुरूआत हुई।