बीजेपी में आज शामिल होगे कुलदीप बिश्नोई
कुलदीप बिश्नोई ने ट्वीट के जरिए दिए थे संकेत
दूसरी बार तोड़ रहे हैं कांग्रेस से नाता
नेशनल डेस्क: कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई आज सुबह 10 बजे बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं। इस प्रकार बिश्नोई, ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद के बाद भगवा खेमे की ओर बढ़ने वाले एक और हाई-प्रोफाइल कांग्रेस नेता बन सकते हैं।
कुलदीप बिश्नोई ने बुधवार को हरियाणा दे दिया विधानसभा से इस्तीफा
बता दें कांग्रेस के विधायक कुलदीप बिश्नोई ने बुधवार को हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। बिश्नोई के इस्तीफे के बाद अब हिसार जिले की आदमपुर सीट पर उपचुनाव कराना होगा। कभी गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले बिश्नोई कथित तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी सहयोगी उदय भान को हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने से नाराज थे।
ट्वीट के जरिए दिया था संकेत
बीते मंगलवार को कुलदीप बिश्नोई ने इस बात के संकेत शायराना अंदाज में ट्वीट के जरिए दिया था। कुलदीप बिश्नोई ट्वीट में लिखा था कि घायल तो यहां हर परिंदा है, मगर जो फिर से उड़ सका वहीं जिंदा है। कुलदीप बिश्नोई ने समर्थकों से कहा कि जो काम मैं सत्ता में रहते हुए करवा सकता हूं, वो बिना सत्ता के नहीं हो सकते। जब कुलदीप बिश्नोई ने समर्थकों से बीजेपी में जाने के लिए राय मांगी तो उन्होंने सहमति जताई। खबर है कि कुलदीप बिश्नोई ने अपने आदमपुर कार्यालय पर समर्थकों को बातचीत के लिए बुलाया था।
दूसरी बार तोड़ रहे हैं कांग्रेस से नाता
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई दूसरी बार कांग्रेस से नाता तोड़ रहे हैं। पार्टी से अलग होने के बाद करीब छह साल पहले ही वह दोबारा कांग्रेस से जुड़े थे। वर्ष 2005 में राज्य में कांग्रेस की जीत के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर बिश्नोई और उनके पिता भजनलाल ने 2007 में हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) बनाई थी।
हजकां ने बाद में बीजेपी और दो अन्य दलों के साथ गठबंधन कर लिया था और 2014 का लोकसभा चुनाव हरियाणा में साथ लड़ा था। हालांकि, विधानसभा चुनाव से पहले यह गठबंधन टूट गया था। करीब छह साल पहले बिश्नोई कांग्रेस में लौटे थे। हालांकि, वापसी के बावजूद उनके और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच संबंध कभी गर्मजोशी भरे नहीं रहे।
इन लोगों ने भी छोड़ा ‘हाथ’ का साथ
कपिल सिब्बल समाजवादी पार्टी के समर्थन से एक स्वतंत्र राज्यसभा सांसद बनने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी। पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने भी कथित तौर पर कांग्रेस नेतृत्व से नाराज होने के बाद पार्टी छोड़ दी थी। कुमार ने इस साल की शुरूआत में हुए विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब में कांग्रेस के लिए नुकसान की भी भविष्यवाणी की थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री आर.पी.एन. सिंह और गुजरात कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी हाल के दिनों में पार्टी छोड़ दी थी.।