देश में लम्पी स्किन डिजीज का कहर
अबतक 58 हजार से ज्यादा गायों की मौत
दिल्ली में 173 मामले दर्ज
नेशनल डेस्क: लम्पी स्किन डिजीज के कारण अब तक 58 हजार से ज्यादा गायों की जान ले ली है। राजधानी दिल्ली में भी इस वायरस से संक्रमण के 173 मामले दर्ज किए गए। अभी तक इसके 12 राज्यों में फैले होने की बात कही जा रही थी।
केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा है कि 16 राज्यों में बीमारी दस्तक दे रही है। राजस्थान लंपी वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है। कहा जा रहा है कि यहां मवेशियों के शव दफनाने की जगह कम पड़ गई है। केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि बीमारी से निपटने के लिए सभी राज्यों के साथ समन्वय बढ़ाने के लिए दिल्ली में कंट्रोल रूम शुरू कर दिया गया है। इसके जरिये अधिकारी राज्य के अधिकारियों के साथ सलाह-मशविरा कर रहे हैं। सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं।
टीकाकरण प्रक्रिया में तेजी लाए: केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वैक्सीन उत्पादन को बढ़ाने की कोशिशों को लेकर इसके निर्माता से बातचीत की गई है। रूपाला ने कहा कि राजस्थान का हाल जानने के लिए वह भी वहां गए थे और प्रदेश सरकार का पूरा सहयोग किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री रूपाला ने जोर देकर कहा कि बकरियों के लिये टीका बहुत प्रभावी और उपलब्ध है और राज्य सरकारों से टीकाकरण प्रक्रिया में तेजी लाने के लिये कहा गया है।
इस बीमारी के लक्षण
यह बुखार, त्वचा पर गांठ का कारण बनती है और इससे मृत्यु भी हो सकती है। यह रोग मच्छर, मक्खी, ततैया आदि के सीधे संपर्क से और दूषित खाने तथा पानी से फैलता है। इस बीमारी के मुख्य लक्षणों में बुखार, दूध में कमी, त्वचा पर गांठें बनना, नाक और आंखों से स्राव, खाने में समस्या आदि शामिल हैं। कई बार इसके कारण मवेशियों की मौत हो जाती है।
इस बीमारी से बचाव
इस बीमारी का कोई विशेष उपचार उपलब्ध नहीं है लेकिन गोट पॉक्स वैक्सीन इसके निदान के रूप में इस्तेमाल की जा रही है। वैक्सीन की डोज पशुओं में संक्रमण से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करती है। इसके अलावा संक्रमित मवेशियों को पृथक रखने के लिए कहा जाता है।