माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की बढ़ी मुश्किलें
मुख्तार के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज
31 साल पुराने केस की डायरी गायब कराने का आरोप
वाराणसी: उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। असल में 31 साल पुराने चर्चित अवधेश राय हत्याकांड की मूल केस डायरी गायब कराने के आरोप में मुख्तार अंसारी सहित अज्ञात के खिलाफ बुधवार रात को केस दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक वाराणसी के कैंट इंस्पेक्टर प्रभु कांत के मुताबिक मुख्तार अंसारी सहित अज्ञात के खिलाफ कोर्ट के कर्मचारियों की मिलीभगत से मूल केस डायरी गायब करने का मामला दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि अवधेश राय हत्याकांड की सुनवाई वाराणसी एमपी एलए कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
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पूर्व विधायक अजय राय के बड़े भाई अवधेश राय को उनके घर के सामने गोलियों से छलनी किये जाने के मामले में मुख्तार अंसारी के साथ भीम सिंह, राकेश न्यायिक कई लोग आरोपी बनाए गए है। लंबे समय से मामला सिर्फ इस वजह से टल रहा था कि मूल पत्रावली ही कोर्ट से गायब हो गई थी। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद फोटोस्टेट पत्रावली तैयार की जा सके और उसके बाद मुकदमे का विचारण शुरू हुआ बड़ा सवाल यह था कि मूल पत्रावली कहां गई और इसे किसने गायब कराया। पुलिस ने इस मामले में अपनी तरफ से पहल करते हुए कार्यवाही शुरू की है चौकी इंचार्ज कचहरी की तहरीर पर कैंट थाने में रिपोर्ट दर्ज करते हुए कार्यवाही शुरू की गई है।
गौरतलब है कि तीन अगस्त 1991 को अवधेश राय की वाराणसी के लहुराबीर स्थित उनके आवास के गेट पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अवधेश राय के भाई अजय राय ने मुख्तार अंसारी, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह और राकेश समेत अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। चेतगंज पुलिस द्वारा आरोप पत्र दाखिल होने के बाद दस सितंबर 2007 को अदालत ने मुख्तार पर आरोप तय किए थे। उसके बाद से ही इस मामले की अदालत में सुनवाई चल रही है।
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