संसद के दोनो सदनों में पास हो चुका है विधेयक
विधेयक को बताया काला कानून
राहुल गांधी ने ट्वीट कर किया मोदी सरकार पर हमला
नेशनल डेस्क: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं चूकते हैं और रविवार को उन्होंने किसान संबंधी विधेयकों को लेकर हमला बोलते हुए कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को पूँजीपतियों का ‘ग़ुलाम’बना रहे हैं जिसे देश कभी सफल नहीं होने देगा। कांग्रेस कृषि से जुड़े तीन विधेयकों को लेकर हमलावर बनी हुई है। यह विधेयक लोकसभा और राज्यसभा में पारित हो चुका है।
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विपक्ष के भारी हंगामा के बीच राज्यसभा में भी पास हुआ मोदी सरकार का किसान बिल
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वायनाड से सांसद कांग्रेस नेता ने आज ट्वीट कर कहा,’ मोदी सरकार के कृषि-विरोधी ‘काले क़ानून’ से किसानों को कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी)किसान माकेर्ट ख़त्म होने पर न्यूनतम समर्थन मूल्य ( एमएसपी) कैसे मिलेगा और एमएसपी की गारंटी क्यों नहीं? मोदी जी किसानों को पूँजीपतियों का ‘ग़ुलाम’बना रहे हैं जिसे देश कभी सफल नहीं होने देगा।’
आम आदमी पार्टी ने भी किया बिल का विरोध
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को सभी गैर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पाटिर्यों से किसानों से जुड़े विधेयकों को पारित नहीं होने देने के लिए एकजुट होने की अपील की है। लोकसभा इन विधायकों को पारित कर चुकी है और अब इन्हें राज्यसभा में पेश किया गया है। विधेयकों का विरोध करते हुए भाजपा की सबसे पुरानी सहयोगी और नरेन्द्र मोदी सरकार में शामिल अकाली दल प्रतिनिधि हरसिमरत कौर बादल ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है।
कांग्रेस भी विधेयकों को किसान विरोधी बता कर विरोध कर रही है। केजरीवाल ने आज ट्वीट किया, ‘आज पूरे देश के किसानों की नज़र राज्य सभा पर है। राज्य सभा में भाजपा अल्पमत में है। मेरी सभी ग़ैर भाजपा पाटिर्यों से अपील है कि सब मिलकर इन तीनों बिलों को हरायें, यही देश का किसान चाहता है।’ आप पार्टी के राज्यसभा में तीन सांसद हैं।
ससे पहले भी शुक्रवार को केजरीवाल ने कहा था,‘ केंद्र के तीनों विधेयक किसानों को बड़ी कंपनियों के हाथों शोषण के लिए छोड़ देंगे मेरी सभी ग़ैर भाजपा पाटिर्यों से विनती है कि राज्यसभा में एकजुट होकर इन विधेयकों का विरोध करें, सुनिश्चित करें कि आपके सभी सांसद मौजूद हों और वॉकआउट का ड्रामा ना करें। पूरे देश के किसान आपको देख रहे हैं।’