ED की नजर माफिया मुख्तार के धन निवेशकों पर
मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई में जुटी जांच एजेंसी
ईडी के निशाने पर मुख्तार का दूसरा बेटा
National Desk. पूर्वांचल का कुख्यात माफिया डॉन और बाहुबली राजनेता मुख्तार अंसारी पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। तीन दशक से अधिक समय तक प्रदेश में अपराध और खौफ का पर्याय रहे मुख्तार के गुनाहों का एक-एक हर हिसाब होना शुरू हो गया है। अब तक उसे चार मामलों में सजा सुनाई जा चुकी है और कई और मामले पाइपलाइन में हैं। इतन वर्षों में काली करतूतों के जरिए खड़ी की गई अवैध अकूत संपत्ति के खिलाफ भी एक्शन का सिलसिला जारी है।
धन की हेराफरी कर मौज करने वाले नामी – गिरामी लोगों के होश ठिकाने लगा देने वाली केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बीते दो सालों से माफिय मुख्तार के खिलाफ एक्टिव है। साल 2021 से बांदा जेल में बंद इस माफिया को ईडी ने पिछले साल दिसंबर में गिरफ्तार किया था। संघीय जांच एजेंसी की रडार पर अब वैसे लोग हैं, जो माफिया के धन निवेशक माने जाते हैं।
ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबित, जांच एजेंसी ने कुख्यात बाहुबली मुख्तार अंसारी के कुछ उन करीबियों को चिन्हित कर लिया है, जिन्हें उसका धन निवेशक समझा जाता है यानी जिनका काम मुख्यात की काली कमाई को सफेद करना है। ईडी ऐसे लोगों के खिलाफ मनी लांड्रिंग के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की तैयारी रही है। जांच एजेंसी की लिस्ट में जिन लोगों का नाम शामिल है, वो हैं – रविंद्र नारायण, जाकिर हुसैन ,विक्रम अग्रहरि, शादाब अहमद और मंसूर अंसारी।
ईडी के निशाने पर मुख्तार का दूसरा बेटा भी
माफिया मुख्तार अंसारी का आपराधिक साम्राज्य केवल यूपी तक ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों तक भी फैला है। यूपी के अलावा दिल्ली और पंजाब में अभी भी उसके गैंग सक्रिय हैं। जो वसूली जैसे अन्य अवैध कामों को अंजाम दे रहे हैं। मुख्तार का दूसरा बेटा उमर जो कि काफी समय से फरार चल रहा है, उस पर भी ईडी की नजर है। ऐसा माना जाता है कि वह अन्य राज्यों में सक्रिय पिता के गैंग के संपर्क में है और काली कमाई को सफेद करने में वो शामिल है।
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे और मऊ सदर सीट से सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी पहले ही प्रवर्तन निदेशालय के हत्थे चढ़ चुका है। बीते साल नवंबर में प्रयागराज स्थित दफ्तर में ईडी में पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया था। पहले उसे चित्रकूट जेल में रखा गया था, जहां वो जेल पशासन को मैनेज कर आराम से अपनी पत्नी के साथ समय बीताता था। मामला सामने आने के बाद उसे चित्रकूट से निकालकर कासगंज जेल शिफ्ट कर दिया गया। वहीं उसकी पत्नी निकहत अंसारी को चित्रकूट जेल में ही रखा गया है।
मुख्तार के भाई की गई सांसदी और पत्नी चल रही फरार
कुख्यात दिवंगत माफिया अतीक अहमद की तरह ही बाहुबली मुख्तार अंसारी पर भी कड़ा शिकंजा कसा गया है। पिछले दिनों गैंगस्टर केस के एक मामले में मुख्तार के साथ-साथ उसके बड़े सांसद भाई अफजाल अंसारी को भी दोषी करार दिया गया। गाजीपुर के बीएसपी सांसद सजा के ऐलान के साथ ही सांसदी गंवा बैठे। वहीं, छोटे बेटे उमर की तरह मुख्तार की पत्नी अफशां भी फरार चल रही हैं। पिछले दिनों गाजीपुर पुलिस उसके ऊपर 50 हजार रूपये का इनाम घोषित किया था।