दरारों के बीच दम तोड़ता जोशीमठ
लोग अपने उन घरों को छोड़ने को मजबूर
पीड़ित परिवार को डेढ़ लाख रुपये बतौर मुआवजा दिया जाएगा
(उत्तराखंड डेस्क) दरारों के बीच दम तोड़ते जोशीमठ को लेकर उत्तराखंड की ओर से बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई.कई लोग अपने उन घरों को छोड़ने को मजबूर हैं, जिनमें उनका जन्म हुआ होगा, उनके परिवारों ने खुशियां मनाई होंगी, जिनकी दीवारों ने दर्द बांटा होगा. इस बीच उत्तराखंड की धामी सरकार ने आपदा पीड़ितों के लिए मुआवजे की राशि बढ़ा दी है. अब हर पीड़ित परिवार को डेढ़ लाख रुपये बतौर मुआवजा दिया जाएगा.
वहीं जोशीमठ कोतवाली में पुलिस, NDRF और SDRF की टीमें एकसाथ पहुंची हैं. होटल मलारी इन के बाहर माहौल बिगड़ने ना पाए… इसके मद्देनज़र तैयारियां पूरी हैं. मामला सेंसिटिव है, इसलिए कोई भी पुलिस के जवान कैमरा पर बोलने से बच रहा है, लेकिन पुलिस के सामने इन लोगों को बचाना और माहौल खराब ना होने देना बड़ी चुनौती है.
इससे पहले धामी सरकार ने हर परिवार को 5 हजार रुपये देने की बात कही थी. मुआवजे की कम रकम को लेकर जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाया था. इसके बाद धामी सरकार ने अपना फैसला बदलते हुए मुआवजे की रकम को बढ़ा दिया. सीएम के सचिव मीनाक्षी सुंदरम ने कहा है कि अब फौरी राहत के तौर पर 50 हजार रुपये दिए जाएंगे. वहीं, एक लाख रुपया मकान के मुआवजे में एडजस्ट होगा. सीएम धामी ने कहा कि जिन लोगों को नुकसान हुआ है, उनको बाजार दर पर मुआवजा मिलेगा, प्रभावित लोगों से चर्चा के बाद ही मुआवजे की रकम तय होगी.
उत्तराखंड के जोशीमठ के बाद अब टिहरी गढ़वाल में भूस्खलन के निशान दिखाई देने लगे हैं. यहां पर ऑल वेदर रोड में भी दरारें पड़ने लगी हैं. लोगों का कहना है कि जबसे टनल बन रहा है तबसे ये दिक्कत आने लगी है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, ‘पहले ही यहाँ पर लोगों को हटा दिया गया था, 80 साल पुराने मकान हैं यहां पर प्रशासन सिर्फ आश्वासन देता है. मकान 3 फीट धंस गए हैं.
पहले प्रशासन ने मुआवजा देने की बात कही थी और अब मौन बैठ गया है.’जोशीमठ में जमीन धंसने से उभरे संकट के बीच में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी वहां रात्रि प्रवास के लिए देहरादून से रवाना हो गए हैं. इस रात्रि प्रवास के दौरान वह प्रभावित परिवारों को उपलब्ध कराई जा रही सहायता एवं अब तक किए गए राहत कार्यों पर नजर रखेंगे. जोशीमठ प्रवास के लिए सीएम धामी ने अपने सभी प्रस्तावित कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है.
प्रभावित मकानों की संख्या बढ़कर 700 से अधिक हो गयी है. राज्य सरकार ने सोमवार को ‘माउंट व्यू’ और ‘मालारी इन’ होटलों को गिराने का फैसला किया जिनमें हाल में बड़ी दरार आ गयीं और दोनों एक-दूसरे की ओर झुक गये हैं. इससे आसपास की इमारतों को खतरा पैदा हो गया है. इलाके में अवरोधक लगा दिये गये हैं और मंगलवार को इन होटल तथा आसपास के मकानों में बिजली आपूर्ति रोक दी गयी है.