पाकिस्तान में खाने का संकट और अब बत्ती गुल
बेतहाशा महंगाई से लोगों का जीना मुश्किल
62 लाख नौकरियों पर संकट
Pakistan News: गले तक कर्ज में डूबे और आर्थिक संकट के कारण पाकिस्तान की दिक्कतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। आटे की कीमत में बेतहाशा बढ़ोतरी के कारण लोगों की थालियों से रोटी गायब होती जा रही है। सोमवार को बिजली संकट के चलते देश के 30 प्रमुख शहर अंधेरे में डूब गए। बिजली संकट का भी अभी तक पूरी तरह निवारण नहीं हो सका है। लोगों के रोजगार पर भी संकट के बादल हर रोज गहराते जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक हजारों पाकिस्तानी प्रतिदिन अपनी नौकरियों से हाथ धो रहे हैं।
ऐसी मुसीबत की घड़ी में भी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ देश की समस्याएं सुलझाने की जगह पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को घेरने की कोशिश में जुटे हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके बड़े भाई और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के अध्यक्ष नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिए साजिश रची गई थी और इमरान खान भी इस साजिश में शामिल थे।
पाकिस्तान से मिल रही खबरों के मुताबिक देश इस समय भयंकर आर्थिक संकट की स्थिति में फंसा हुआ है। दूध के दाम 150 रुपए लीटर पर पहुंच गए हैं जबकि कॉमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम 10 हजार रुपए के ऊपर पहुंच गए हैं। आटे की कीमत आसमान पर पहुंच गई है और लोगों के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी मुश्किल साबित हो रहा है।
देश इस समय भयंकर बिजली संकट की समस्या से भी जूझ रहा है। ग्रिड फेल हो जाने के कारण सोमवार को लाहौर, कराची, इस्लामाबाद और रावलपिंडी समेत देश के 30 प्रमुख शहर अंधेरे में डूब गए। ऊर्जा मंत्रालय के दावों के बावजूद अभी तक देश की बिजली व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो सकी है।
पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में पहले से ही कई-कई घंटे की बिजली कटौती की जा रही है। बाजार और शॉपिंग मॉल को रात आठ बजे बंद किए जाने का आदेश पहले ही जारी हो चुका है। बिजली की दरों में इतनी बढ़ोतरी की जा चुकी है कि आम लोगों के लिए मुश्किलें पैदा हो गई हैं।
पाकिस्तान की न्यूज़ वेबसाइट डॉन के मुताबिक देश के लोगों के रोजगार पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। हालत यह हो गई है कि रोजाना हजारों पाकिस्तानी अपनी नौकरियां गंवा रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में व्यापार लगातार बंद हो रहा है और फैक्ट्रियों में प्रोडक्शन घटता जा रहा है। इस कारण 2023 में देश में करीब 62 लाख लोगों की नौकरियां जा सकती हैं।