दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का पहवला चरण बनकर तैयार
पीएम मोदी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया
एक्सप्रेस-वे से कई राज्यों को मिलेगा लाभ
National Desk: पीएम मोदी ने रविवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का पहवला चरण बनकर तैयार है। इससे अब दिल्ली से मुंबई का सफर काफी ही आसान हो जाएगा। पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि ये एक्सप्रेस वे विकसित भारत की भव्य तस्वीर है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दौसा में उद्घाटन मौके पर कहा, ‘दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट लोगों को बहुत लाभ मिलेगा। साथ-साथ देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए राजस्थान का आकर्षण और बढ़ जाएगा। एक परियोजना के तहत जयपुर से एक्सप्रेस-वे की डायरेक्ट कनेक्टिविटी रहेगी। जिससे जयपुर से दिल्ली तक का सफर और भी कम समय में तय किया जा सकेगा।’ उन्होंने कहा, एक्सप्रेस-वे के इर्द-गिर्द हाट बनाए जा रहे हैं। जिससे व्यापार में वृद्धि होगी।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे कहा जा रहा है। ये राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और व्यापारिक राजधानी मुंबई के बीच संपर्क को बढ़ाएगा। एक्सप्रेस- वे 93 पीएम गति शक्ति टर्मिनल, 13 बंदरगाहों , आठ प्रमुख हवाई अड्डों और 8 मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क के साथ जेवर हवाई अड्डे , नवी मुंबई हवाई अड्डे और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह जैसे नए आने वाले ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों को भी जोड़ेगा। यह एक्सप्रेस-वे एशिया में पहला और दुनिया में दूसरा है जिसमें वन्यजीवों की बिना रोक-टोक आवाजाही की सुविधा के लिए पशु पुल (अंडरपास) की सुविधा है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की आधारशिला 9 मार्च 2019 को रखी गई थी। एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर है। एक्सप्रेस वे का पहला खंड 246 किलोमीटर लंबा है। इसे दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड के नाम से भी जाना जाता है। पहले खंड के निर्माण में तक़रीबन 12,150 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आई है। इस खंड के चालू होने से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जयपुर का सफर 5 घंटे से घटकर मात्र 3.5 घंटे हो जाएगा। केंद्र सरकार ने पूरे क्षेत्र के आर्थिक विकास को एक बड़ा बढ़ावा मिलने का भी दावा किया है। आपको बता दें, 1,386 किलोमीटर लंबे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को 98,000 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जा रहा है।
6 राज्यों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र होकर गुजरेगी। कहने का मतलब है कि, ये एक्सप्रेस-वे 6 राज्यों से गुजरने वाली है। यह एक्सप्रेस-वे जयपुर, किशनगढ़, अजमेर, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत जैसे आर्थिक केंद्रों से कनेक्टिविटी में सुधार करेगा। इसे मोदी सरकार के बहुप्रतीक्षित योजनाओं में से एक कहा जाता है।