पीएम मोदी ने शेयर की गुजरात के मोढेरा सूर्य मंदिर की वीडियो
मंदिर में नहीं किया गया है कहीं भी चूने का इस्तेमाल
- सूर्य की पहली किरण से ही मंदिर हो जाता है उर्जावान
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मोढेरा सूर्य मंदिर का एक बेदद खूबसूरत वीडियो शेयर किया है। इसमें सूर्य मंदिर को बारिश में नहाते हुए दिखाया गया है जो कि दिल को लिभाने वाला है। लोग इस वीडियो को बेहद पसंद कर रहे हैं।
चलिए आपको बताते हैं इस मंदिर की खासियत के बारे में..
मोढेरा सूर्य मंदिर गुजरात () के पाटन से 30 किलोमीटर दक्षिण की ओर मोढेरा गांव में है। ईरानी शैली के इस एतिहासिक मंदिर को सोलंकी वंश के राजा भीमदेव प्रथम ने 1026 ई. में बनवाया. दरअसल, सोलंकी राजवंश सूर्य को अपना कुलदेवता मानता था इसलिए इस मंदिर का निर्माण करवाया गया। मंदिर में कहीं भी चूने का इस्तेमाल नहीं किया गया है।
Modhera’s iconic Sun Temple looks splendid on a rainy day 🌧!
Have a look. pic.twitter.com/yYWKRIwlIe
— Narendra Modi (@narendramodi) August 26, 2020
मंदिर के गर्भग्रह पर पड़ती है सूर्य की पहली किरण
मोढेरा सूर्य मंदिर का निर्माण कुछ इस तरह किया गया है कि सूर्योदय होने पर सूर्य की पहली किरण मंदिर के गर्भगृह को रोशन करे. मंदिर के पहले हिस्से में गर्भगृह और दूसरे में सभामंडप है। गर्भगृह में अंदर की लंबाई 51 फुट, 9 इंच और चौड़ाई 25 फुट, 8 इंच है. मंदिर के सभामंडप में कुल 52 पिलर हैं. इन पिलर्स पर अलग-अलग देवी-देवताओं के चित्र, रामायण और महाभारत के प्रसंगों को खूबसूरती से दिखाया गया है।
कहा जाता है कि गुजरात के मोढेरा सूर्य मंदिर पर अलाउद्दीन खिलजी ने आक्रमण किया था। इसमें मंदिर को काफी नुकसान पहुंचा था। उसने मंदिर की मूर्तियों को भी खंडित कर दिया था। फिलहाल इस मन्दिर में पूजा करना निषेध है. अभी भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) इसकी देखभाल कर रहा।
भगवान राम भी यहां आए थे
मोढेरा के मंदिर का जिक्र कई पुराणों में भी आता है। स्कंद पुराण और ब्रह्म पुराण में कहा गया है कि प्राचीन काल में मोढेरा के आसपास का पूरा इलाका धर्मरन्य के नाम से जाना जाता था। पुराणों के अनुसार ये भी बताया गया है कि भगवान श्रीराम ने रावण के संहार के बाद अपने गुरु वशिष्ट को एक ऐसा स्थान बताने के लिए कहा जहां जाकर वह आत्मशुद्धि कर सकें और ब्रह्म हत्या के पाप से भी मुक्ति पा सकें। तब गुरु वशिष्ठ ने श्रीराम को यहीं आने की सलाह दी थी।