एलएसी पर होगी प्रलय मिसाइल की तैनाती
चीन के साथ जारी तनाव के बीच लिया फैसला
150 से 500 किलोमीटर की रेंज में टारगेट को कर सकती है नेस्तानबूद
नेशनल डेस्क: अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय जवानों और चीनी सैनिकों की झड़प के बाद दोनों देशों के बीच एक बार फिर रिश्तों में तनाव आ गया है। ऐसे में भारतीय सेना एलएसी पर अपनी ताकत में लगातार इजाफा करने में जुटी हुई है।
एलएसी पर प्रलय बैलिस्टिक मिसाइल तैनात करने का लिया निर्णय
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती के साथ – साथ आधुनिक हथियार भी वहां भेजे जा रहे हैं। इसी कड़ी में सेना ने एलएसी पर प्रलय बैलिस्टिक मिसाइल तैनात करने का निर्णय लिया है। यह मिसाइल 150 से 500 किलोमीटर की रेंज में आने वाले किसी भी टारगेट को नेस्तानबूद कर सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय सेना इस पर गंभीरता से विचार कर रही है। ऐसे में जल्द इसकी तैनाती देखऩे को मिल सकती है।
प्रलय मिसाइल की खासियत
प्रलय मिसाइल सतह से सतह पर मार गरने वाली एक क्वासी मिसाइल है। नई टेक्नोलॉजी से लैस इस मिसाइल को इंटरसेप्टर मिसाइल भी नहीं तोड़ पाएगी। हवा में कुछ रेंज तक यह अपना रास्ता खुद बदलने में सक्षम है। इसमें सॉलिड प्रोपेलेंट वाला रॉकेट मोटर लगा है। रक्षा जानकारों के मुताबिक, इस मिसाइल के जरिए भारतीय सेना एलएसी पर ऊंचाई पर पोजिशन लिए चीनी सैनिकों के ठिकाने को टारगेट कर सकती है।
इजरायली मिसाइल भी तैनात करेगा भारत
भारत चीन सीमा पर इजरायल निर्मित मिसाइल भी तैनात करने जा रहा है। इसका नाम रैम्पेज मिसाइल है। इसे इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने बनाया है। यह मिसाइल इतनी सटीक और घातक है। यह हवा से जमीन पर फायर करने वाली मिसाइल है और किसी भी मौसम में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। एलएसी पर इसकी तैनाती से 250 किलोमीटर की रेंज में आने वाले सारे चीनी सैन्य ठिकाने भारतीय सेना के जद में होंगे।