बेटी इतिश्री मुर्मू के साथ वाराणसी दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
वैदिक रीति से मां गंगा का किया पूजन
21 देव कन्याओं और 9 अर्चकों के साथ की गंगा आरती
आगमन के मद्देनजर सोमवार को गंगा घाट को भव्य तरीके से सजाया गया
(उत्तर प्रदेश डेस्क) वाराणसी दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बेटी इतिश्री मुर्मू के साथ वैदिक रीति से मां गंगा का पूजन किया। दूध-जल से अभिषेक किया। आचार्य श्रीधर पांडेय और गंगा सेवा निधि प्रधान अर्चक रणधीर पांडेय ने विधि-विधान से यह पूजा कराई। इसके साथ ही गंगा जल संरक्षण का संकल्प लिया। इसके बाद 21 देव कन्याओं और 9 अर्चकों के साथ गंगा आरती की। करीब 65 मिनट में गंगा पूजन और आरती संपन्न हुई।
काल भैरव के दर्शन पूजन के बाद मंदिर के पुजारी ने राष्ट्रपति को स्मृति चिह्न के रूप में काल भैरव की तस्वीर और प्रसाद भेंट किया। यहां से राष्ट्रपति श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन पूजन करने पहुंचीं, जहां उनके स्वागत के लिए धाम में प्रवेश द्वार से गर्भ गृह तक लाल कालीन बिछाई गई थी।बाबा विश्वनाथ धाम में राष्ट्रपति का स्वागत डमरू, शंख ध्वनि और वैदिक मंत्रोच्चार से किया गया।राष्ट्रपति ने काशी विश्वनाथ का अभिषेक व विधि विधान से पूजन किया। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति ने इस दौरान काशी कोतवाल व भोलेनाथ से देश की सुरक्षा व समृद्धि का आशीर्वाद मांगा।यहां से राष्ट्रपति दशाश्वमेध घाट पर विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल होने पहुंचीं। उनके आगमन के मद्देनजर सोमवार को घाट को भव्य तरीके से सजाया गया था। घाटों को फूलों और दीपों से सजाया गया था।
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति के सामने 21 कन्याओं और नौ अर्चकों ने 45 मिनट तक मोक्षदायिनी भागीरथी की आरती की। राष्ट्रपति ने षोडशोपचार विधि से मां गंगा का पूजन किया।राष्ट्रपति ने मंच पर बैठकर मां गंगा की आरती को निहारा। पूरे कार्यक्रम में राष्ट्रपति के साथ उनकी बेटी भी मौजूद रहीं। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान घाट पर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।नौसेना के साथ जल पुलिस, पीएसी, बाढ़ राहत दल और एनडीआरएफ के जवानों को तैनात किया गया था।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति दोपहर लगभग तीन बजे वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचीं, जहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी अगवानी की।यहां से राष्ट्रपति का काफिला सड़क मार्ग से मैदागिन स्थित काल भैरव मंदिर पहुंचा। जहां राष्ट्रपति मुर्मू ने बाबा काल भैरव का विधिवत दर्शन-पूजन किया।इसके बाद उनका काफिला चौक होते हुए श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचा। उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन किये। यहां से राष्ट्रपति दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल हुईं।
राष्ट्रपति के आगमन के मद्देनजर काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद दिखी। पुलिस के साथ ही केंद्रीय बलों ने सुरक्षा की कमान संभाल रखी थी। गंगा आरती के बाद राष्ट्रपति का काफिला बाबतपुर हवाई अड्डे के लिए निकला जहां से वे विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गईं।